तू लगती जैसे दिलजानी... अनूजा तेरि सूरत भलि स्वानी अनूजा तेरि सूरत भलि स्वानी तू लगती जैसे दिलजानी अनूजा तेरी...
ललित मोहन गहतोड़ी
ली बेर फाच्ची... ली बेर फाच्ची भरी प्यार, नीली आंखों भरि दुलार। जादूनगरी को मेरो, रंगीलो श्याम सुंदर। वीकि दीवानी...
धन्य धन्य तेरो भाग्य सिरतोली तेरी महिमा सबमें न्यारी छै पूरव में कुकड़ी कोट बसत है।।२।। पश्चिम में पत्थर कोट......
भाज कोरोना भाज.... भाज कोरोना भाज कोरोना भाज कोरोना भाज तेरी ऐसि तसि कोरोना भाज कोरोना भाज तेरो बीमारि कोरोना...
करिया... करियो ... अच्हांरे... जनता नेता भरोसो झन करिया करियो आपन जुगाड़ जनता... नेता भरोसो झन करिया ।।टेक।। उजले वस्त्र...
फल फूल रहा... बल फूल रहा भ्रष्टाचार... अब फूल रहा भ्रष्टाचार.... फल फूल रहा भ्रष्टाचार... देश की हालत पतली।।टेक।। सोने...
अच्हारे शराबि पी शराब फोड़फाड़ि ना कर।।टेक।। झगड़ों भौत खराब... शराबि पी शराब... बकबक करलै बात बढ़ि जालि।।२।। बतड़गैं ठाड़...
बल...बूबू धादधधयाय... आमा भात पकायो छ....बल अच्हारे आमा भात पकायो छ।।टेक।। बूबू धाद धधयाय... आमा भात पकायो छ।।टेक।। बल बूबू...
गोरी तेरी सूरत भलि स्वानि भलि स्वानि, भलि स्वानी, भलि स्वानी गोरी तेरी सूरत भलि स्वानि...।।टेक।। गोरी तेरी मूरत भलि...
फागुन आई गयो हो... फागुन आई गयो हो... फागुन आई गयो होली छाय रही... फागुन आई... चैत्र मास तुम घर...