शब्द बौने हो गए प्रातःकाल चारों ओर देखता हूँ, हरियाली ही हरियाली है सूर्य की पहली किरण , वसुंधरा पर...
कविता
किसान के दुश्मन जीव जंतु हो या मानव यहाँ, तेज हवा हो या आंधी तूफान। वर्षा हो या सूर्य की...
दिल में कितना मैल भरा दिल में कितना मैल भरा पड़ा है, फिर क्यों सबको सुंदरता की चाहत। मिटा...
हे केदारनाथ जी हे केदारनाथ जी मुझे अपने मंदिर में सुलगती अगरबत्ती बना दो जिससे मेरे अवगुण दूर हो सद्...
पवित्र प्रेम का बन्धन भाई बहिन के पवित्र प्रेम का बन्धन रक्षाबंधन रक्षाबंधन राजा बलि की भक्ति का बन्धन मां...
राखी की कहानी राखी की भी है क्या गजब कहानी, धागा रेशम का प्यार की निशानी। दुःखी थे भगवान गणेश...
बीत गया जन्म दिन बीत गया जन्म दिन उनका, फिर यादों में, मैं उनकी खो गया। उनकी यादों के नन्हे...
शोषण पर प्रहार है कविता शोषण पर प्रहार है कविता , अत्याचारों पर वार है , भ्रष्टाचार पर तलवार है,...
प्रकृति प्रेमी कुंवर बर्तवाल मैं आज सभी के, करुण स्वर सुन चुका। पर मेरी वेदना, कोई गा न सका।। ये...
क्या वो भी.... क्या वो भी मुझे उतना ही याद करती होगी, जितना मैं करता हूं क्या वो भी मुझसे...