मेरे दिल में बस तू ही तू चुपचाप बसा होता है। जैसे सबकी आँखों से छिपा कंजूस का धन होता...
उत्तराखंड
कुछ एक थे जो पुराने किस्सों में बर्बादी हमारी लिख गये आज उन किस्सों के कुछ हिस्सों को बयां करते...
मैं ख़ुश हूं बहुत कि अपनी ख़ुशी की, अब मैं स्वयं ही तलबगार हूं मुझे चाहत नहीं अब तेरे प्यार...
बचपन का वो पेड़ वह समय नहीं, एक सुनहरा समय था। बचपन की वो सारी यादें, उस पेड़ में समाई...
भारत-रूस: मित्रता का अटूट संकल्प स्वतंत्र भारत, चुनौतियों का सागर, सामने खड़ा था संघर्ष का पर्वत। अशिक्षा, गरीबी, जाति का...
मेरे प्रिय शिक्षक हाथ पकड़कर हमें लिखाते। अक्षर अक्षर हमें सिखाते। देकर हम बच्चों को शिक्षा। हमको इक दिन बड़ा...
अक्षर साधकों की कल्पना , अक्सर धारण कर अंगवस्त्र शब्दों का। ओढ़ भावों की चुनरियाँ, भर लेती उपमान गगरिया, छलकाती...
मानवता पर छाया संकट, हिटलर जब सत्ता में आया। वैज्ञानिकों पर चिंता गहरी, जब परमाणु विखंडन ने पथ दिखाया। फिर...
देवनागरी लिपि है जिस की। वह देवों की भाषा हिंदी है॥ मेरी आन -बान -मर्यादा है। मेरा अभिमान भी हिंदी...