उत्तराखंड के प्रसिद्ध रंगकर्मी और गायक आलोक मलासी की आवाज में भजन का आनंद उठाइए। आलोक मलासी केंद्रीय विद्यालय में...
देहरादून
कभी शहर, कभी गांव में रहे। मुफ़लिस फ़िर भी तनाव में रहे। छोड़कर वे उलाहनों की छत कभी धूप, कभी...
वादों के सौदागर वादों के सौदागर आएंगे। फ़िर वादों से वे भरमाएंगे। चुग्गे डाल वे तुम्हारे आगे फ़िर जाल में...
धीरे -धीरे हम तारीख़ों में यूँ ही व्यतीत हो रहे हैं। लम्हा-लम्हा हम देखो यूँ हर पल अतीत हो रहे...
खुशियों के अक्षत डाल गया तेईस का साल। सपनों का सूरज उगा। हाथों से फ़िर तम चुगा। कमल खिलाकर हर...
कोलाहल के यहां सब बहरे हैं। दीवारें भी सुन नहीं पाती हैं। बैठकें भी बतिया नहीं पाती हैं। घण्टियों से...
स्वनामधन्य इन्द्रमणि बड़ोनी, लोक संस्कृति के संवाहक थे। टिहरी के अखोड़ी गाँव में, 24 दिसम्बर 1925 को जन्मे थे।। गरीब...
यह कहावत नहीं, बल्कि सर्वविदित है कि उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में जनपद टिहरी को संघर्षशील एवं क्रांतिकारियों की जन्मस्थली...
इन्द्रमणि बड़नी जी इना मन्खि कखन देखण, नेता मेरा बड़ोनी जी। अखोड़ी गौं मा जनम लीनि, उत्तराखण्ड का गाँधी जी।...
उत्तराखंड का गांधी बूढ़ा गांधी देखा मैंने, प्रथम बार पचहत्तर में, गंजे सिर पर पीछे अलके, चंद्रकांएं थी गालों पर।...