दीवेंद्र सिवाच आकाशवाणी देहरादन में प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव हैं। इससे पहले वह इसी पद पर आकाशवाणी इलाहबाद में तैनात थे। सरल...
कविता
करो मेहनत वही पूजा! लिखूं ऐसा कभी मैं भी, कि जन के मन समा जाए। मुझे संतोष दे मन का,...
मेरे पेचीदा से हालात। दिलों के जज़्बात।। तेरी चटपटी सी बात। मेरे हाँथों में तेरा हाथ। लेकर आई है ज़ज्बातों...
फकीर हूँ पर लकीर का नही शमशीर हूँ खंजर नही जानता हूँ ज़माने का अंदाज़ा रखना पहचानता हूँ गैरज़रूरी अपनापन...
कभी कभी कुछ लोग हाँ वही कुछ लोग कहते है वो जिसे पीठ पीछे की बात कहते हैं पर मैं...
लेना देना और सीख जो सिखाए ज्ञान तुमको , उससे ज्ञान तुम लेना। जो बताये चोर का रस्ता, उस पर...
आज मैं भी मुस्कुराना चाहता हूँ। साल बीसा को भुलाना चाहता हूँ। आ गया है द्वार पे नव वर्ष देखो।...
बूंद भर जीवन आज चांद टूट गया देख साधिका ताप । कैसे करूं बखान, आज साधक हार गया।। बूंद नीर...
सावित्री बाई फुले मिले सबको एक सम्मान, पढ़ा-लिखा हो हर इन्सान। मिटे देश की हर कमजोरी अनपढ़ रहे न कोई...
रुद्रप्रयाग जिले के वरिष्ठ साहित्यकारों को कलश ट्रस्ट ने अपने आठवें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सम्मानित किया। कार्यक्रम रुद्रप्रयाग...