वतन को राख न होने दो रुक जाओ अभी भी घरों में, वतन को राख मत होने दो। मौतें जो...
कविता
क्या लिखूं इन हालातों पर.... इन बदलते ख्यालातों पर.. सोचा क्या कभी ? क्यों ये हालात इतने बदलने से लग...
आँसू और मुस्कान जब-जब आँखों में आँसू दिल मचल-मचल छलकती है पीड़ा का क्रंदन होता है अंतर में टिस उभरती...
हे मां वीणा धारणी वर दे मां तुम विद्या का भंडार हो तुम दिव्या स्वरुपा हो तुम अज्ञान नाशनी हो...
मोहब्बत का सफर कई काली रातें बिताई थीं अकेले जाग कर आँखों से नींदो से ज्यादा आंसुओ ने रिश्तें बनाए,...
मुश्किल डगर माना की मुश्किल है डगर पत्थर भी हैं कंकर भी हैं मत भूल इस सफर में तू अकेला...
पाँच साल वो आया राजनीति में जनसेवा तो बस एक बहाना था। उसको भी तो पाँच सालों में अकूत दौलत...
हे! उत्तराखंड के अग्रदूत भारत माता के प्यारे सपूत अमर शहीद श्रीदेव सुमन तुम्हें मेरा षत-षत नमन। सादा जीवन परम...
जन्मा था जो 25 मई 1916 को, 25 जुलाई 1944 को खो गया था। कसूर क्या था उसका बोलो, परिवार...
मत देना वरदान मुझे मैं रोऊँगा, चिल्लाऊंगा निज किस्मत को गोहराउंगा, संतप्त वेदना में तपकर अपना संघर्ष लुटाऊँगा। पग-पग पर...