हे चांद तुम्हारे चरणों में मैं करवा भरकर लाई हूं लम्बी उम्र रखना पति की यह वरदान मांगने आई हूं।...
कविता
देखना…एकदिन सुबह फिर मुस्कुराएगी चारों ओर अंधेरा घनाआकाश काले बादल सनारातें लम्बी उदासी भरीलेकिन शीघ्र स्थितियां सुधर जाएगी देखना..सुबह फिर...
मेरा घर ऐसा होता काश !मेरा घर कुछ ऐसा होता चारो तरफ नदियों का घेरा होता पेड़ पर बैठी कोयल...
समय की पुकार जब जेसा समय आता है समय वैसा ही पुकारता है जब युद्ध की डंका नाद बजती समय...
चाह चाह है दिल में पाने की उसे पाने का जज्बा रखना और जब तक हासिल न हो तब तक...
अकेले रह गये हम जिन्दगी की डगर में आगे बढ़ते बढ़ते बैठ गया जरा नीचे सोचा अपने बारे में पीछे...
"मानव धर्म शिखा" मैं हिन्दू हूं वह मुस्लिम है, यह दृष्टि बदल डालो। मानव हो तो मानवता का, दुःख दर्द...
महात्मा गांधी देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ रखा था भारी मनमानी जनता से करते परेशान थीं जनता सारी ।...
बेटी बेटी तो बेटी होती है क्यो कहते यह बेटी है अगर बेटी ना हो तो क्यो कहते धरती खाली...
फूल जा जा जा प्यारे फूल तुम अयोध्या में जाना राम जी के चरणों में गिर अपना शीश झुकाना जा...