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June 27, 2025

उत्तराखंड की तर्ज पर कर्नाटक की कहानी, दिल्ली दरबार गए येदियुरप्पा, इस्तीफे की पेशकश, खराब स्वास्थ्य का हवाला

कर्नाटक में भी उत्तराखंड की तर्ज पर कहानी दोहरा दी गई है। सीएम दिल्ली दरबार पहुंचे। कहा सब ठीक है, लेकिन ऐन मौके पर सीएम बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी।

कर्नाटक में भी उत्तराखंड की तर्ज पर कहानी दोहरा दी गई है। सीएम दिल्ली दरबार पहुंचे। कहा सब ठीक है, लेकिन ऐन मौके पर सीएम बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी। इसमें उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। येदियुरप्पा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और सूत्रों का कहना है कि इसी मुलाकात में येदियुरप्पा ने उम्र का हवाला देते हुए पद से त्यागपत्र देने का प्रस्ताव दिया था। सूत्रों का कहना है कि यह पार्टी के ऊपर है, कि वो इस पेशकश को स्वीकार करती है या नहीं। अगर बीजेपी नेतृत्व परिवर्तन का मन बनाती है तो 26 जुलाई के पहले नए मुख्यमंत्री शपथ ले सकते हैं। 26 जुलाई को येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री काल के दो साल पूरे हो जाएंगे। हालांकि उनके उत्तराधिकारी को लेकर अभी कोई नाम सामने नहीं आया है।
हालांकि सुबह के वक्त दिल्ली में मौजूद येदियुरप्पा से पद छोड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा था कि सवाल ही नहीं उठता। येदियुरप्पा ने शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। नड्डा से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने कहा, हमने कर्नाटक में पार्टी के विकास के बारे में विस्तार से बात की। उनके पास मेरा बहुत अच्छा विकल्प है. मैं पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने के लिए काम करूंगा।
गौरतलब है कि साढ़े चार साल के शासनकाल में उत्तराखंड में भाजपा तीन सीएम दे चुकी है। पहले मार्च माह में त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया। इसके बाद तीरथ सिंह रावत को हटाकर उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया गया है।
उत्तराखंड का घटनाक्रम
मार्च माह में तब विधानसभा के गैरसैंण में आयोजित सत्र को अचानक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। छह मार्च को तत्कालीन सीएम सहित समस्त विधायकों को देहरादून तलब किया गया था। भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक वरिष्ठ भाजपा नेता व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह देहरादून आए थे। उन्होंने भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद फीडबैक लिया था। इसके बाद उत्तराखंड में आगामी चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री बदलने का फैसला केंद्रीय नेताओं ने लिया था। नौ मार्च को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, दस मार्च को भाजपा की विधानमंडल दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत को नया नेता चुना गया। दस मार्च की शाम चार बजे उन्होंने एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। ठीक इसी तर्ज में फिर से कहानी दोहराई गई।
मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल मार्च 2022 में खत्म होगा। वहीं, लोकसभा सदस्य तीरथ सिंह रावत ने दस मार्च को सीएम पद की शपथ ली थी। ऐसे में उन्हें शपथ लेने के छह माह के भीतर विधायक बनना जरूरी था। रामनगर में आयोजित भाजपा के तीन दिनी चिंतन शिविर में भाग लेकर मंगलवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत देहरादून पहुंचे थे। बुधवार 30 जून की सुबह वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। देर रात ही उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात करने की सूचना मिली। इसके साथ ही कई तरह की चर्चाओं ने तेजी से जोर पकड़ा। ये बुलावा भी अचानक आया। बताया गया कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें दिल्ली तलब किया। इस बीच तीरथ सिंह रावत ने उसी रात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। वह गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले।
इसके बाद शुक्रवार दो जुलाई को उत्तराखंड में उपचुनाव कराने को लेकर चुनाव आयोग को पत्र दिया। हालांकि चुनाव आयोग पहले ही कोविड काल में उपचुनाव कराने से मना कर चुका था। चुनाव आयोग को पत्र देने के बाद सूचना आई कि संवैधनिक संकट का हवाला देकर तीरथ ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की।
इसके बाद तीरथ सिंह रावत देहरादून पहुंचे और देर रात करीब 11 बजकर सात मिनट पर राजभवन गए और अपना इस्तीफा दिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के कारण संवैधानिक संकट खड़ा हुआ। इसलिए मैने इस्तीफा देना उचित समझा। तीन जुलाई  को भाजपा विधानमंडल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी का नाम दल अध्यक्ष के रूप में तय किया गया। पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम बैठक के बाद उनके नाम की घोषणा की। चार जुलाई 2021 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। साथ ही मंत्रिमंडल सदस्यों ने भी शपथ ली।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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