पांच जून से लगातार धरना दे रहे हैं राज्य आंदोलनकारी, अब 10 जुलाई को घेरेंगे सीएम आवास
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी आरक्षण सहित कई मांगों को लेकर पांच जून से देहरादून में शहीद स्मारक स्थल पर धरने पर बैठे हैं। सरकार की कान में अभी तक जूं नहीं रेंगी है। अब आंदोलनकारियों ने 10 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास घेरने का निर्णय किया है। आज शहीद स्मारक स्थल में संयुक्त मंच के तत्वावधान में आंदोलनकारी संगठनों की एक अपात बैठक आहूत की गई। इसमें आंदोलनकारियों की उपेक्षा करने को लेकर सरकार की कड़ी निंदा की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में आए सभी संगठनों ने प्रदेश हित में इस राज्य के जन सरोकारों से जुड़े तमाम मुद्दों पर एकजुट होकर लड़ने पर सहमति जताई। तय किया गया कि अब आंदोलन को तेज किया जाएगा। इसमें पूरे राज्यभर के आंदोलनकारियों को जोड़ा जाएगा। जब तक मांगों का निराकरण नहीं होता, तब तक राज्य आंदोलनकारी चुप नहीं रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में सहमति देने वाले लोगों में प्रमुख रूप से डीएवी कालेज के पूर्व अध्यक्ष एवं छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र पोखरियाल, राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, मोहन सिंह रावत, रामलाल खंडूड़ी, प्रदीप कुकरेती, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष विनोद असवाल, उत्तराखंड पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवनीत गुसाईं, बड़कोट उत्तरकाशी से हरदेव सिंह रावत, शैलेंद्र सिंह, शिमला बाईपास से निर्मला बुटोला, विमला रावत, सुरेंद्र सिंह रावत, राजेश कॉलोनी से संगीता रावत, एकता विहार से मुन्नी खंडूरी, टिहरी से विक्रम सिंह राणा, रानीपोखरी से पूर्व प्रधान पुष्पराज बहुगुणा, आदेश शर्मा हल्द्वानी नैनीताल से लाखन चिलवाल, ऋषिकेश से विक्रम भंडारी, रेनू नेगी, सरोजिनी थपलियाल, पुष्पलता सिलवाणा, संयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती, सह संयोजक अंबुज शर्मा, विमल जुयाल, प्रभात डडरियाल, डॉ मोहन सिंह रावत, हरदीप सिंह लक्की, संजय थापा, केशव उनियाल आदि थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।