Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 22, 2024

एम्स ऋषिकेश में स्पीक मैके का कार्यक्रम, कत्थक की प्रस्तुति ने बांधा समा

एम्स ऋषिकेश के मेडिकल ह्यूमैनिटी विभाग के तत्वावधान में स्पीक मैके संस्था का कत्थक नृत्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान कलाकारों की शानदार शास्त्रीय प्रस्तुतियों को उपस्थित दर्शकों से खूब सराहा। एम्स ऑडिटोरियम में आयोजित नृत्य कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय पेशा और मेडिकल की पढ़ा अत्यधिक स्ट्रेस होता है, ऐसे में स्टूडेंट्स एवं चिकित्सकों के वेलनेस तथा उन्हें संस्कृति से रूबरू कराने के लिए संस्थान में समय समय पर इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम के दौरान स्पीक मैके की प्रस्तुति के तहत नृत्यांगना डॉ. उमा शर्मा व उनके शागिर्दगी में अन्य शास्त्रीय कलाकारों ने कत्थक नृत्य एवं अभिनय से जुड़ी विविध प्रस्तुतियों से उपस्थित दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरीं। इस दौरान संस्कृति से ओतप्रोत भारतीय शास्त्रीय प्रस्तुतियों को सभागार में मौजूद मेडिकल व नर्सिंग विद्यार्थियों, चिकित्सकों, फैकल्टी सदस्यों, अधिकारियों एवं स्टाफ मेंबर्स ने खूब सराहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

डॉ. उमा शर्मा, सह नृत्यांगना सुकृति व अनुष्का दत्ता गुप्ता की शानदार कत्थक नृत्य एवं अभिनय प्रस्तुतियों को कुनाल मुखर्जी ने शास्त्रीय गायन, तबला वादक मुबारक खान व सितार वादक खालिद मुस्तफा ने बेहतरीन संगत देकर यादगार बना दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस दौरान डॉ. उमा ने स्टूडेंट्स की कत्थक नृत्य के प्रति अभिरूचि बढ़ाने के लिए इस विधा के इतिहास, विकास यात्रा, कत्थक में भाव व नृत्य शैली पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हममें अपनी आजीविका के संसाधनों से जुड़ने के इतर सांस्कृतिक विधाओं में भी रूचि होनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एम्स में स्पीक मैके कार्यक्रम की समन्यवक प्रो. गीता नेगी व एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. वंदना धींगरा ने बताया कि एम्स संस्थान में स्टूडेंट्स व चिकित्सकों के वैलनेस के लिए वर्ष- 2017 से सततरूप से समय समय पर इस तरह के सांस्कृतिक आयोजन किए जाते रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उन्होंने बताया कि कुछ समय से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से एम्स, आईआईटी जैसे संस्थानों में इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन को अनिवार्य कर दिया गया है। जिससे इन संस्थानों से जुड़े लोग सांस्कृतिक अभिरूचि के साथ साथ स्ट्रैस से दूर रह सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में डीन (एकेडमिक) प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल, उप निदेशक( प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. गीता नेगी, एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. वंदना धींगरा, डॉक्टर लतिका मोहन, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉ. सरिता स्याल, डॉ. प्रसून्ना जैली, नर्सिंग प्राचार्य डॉ. स्मृति अरोड़ा, डॉ. शालिनी राजाराम, डॉ. नम्रता गौर, नर्सिंग हेड डॉ. रीटा शर्मा आदि मौजूद थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page