ग्राफिक एरा में शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल शुरू, दिखाया समाज, संस्कृति और सोच का नया रूप

देहरादून में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी का माहौल फिल्म, संगीत और अभिव्यक्ति के रंगों से भर गया। मौका था जब शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल वेव्स की शुरुआत हुई। इस मौके पर उत्तराखंड फिल्म डेवलपमेंट काउंसिल के सीईओ व आईएएस बंशीधर तिवारी ने कहा कि आज के दौर में कंटेंट ही असली आधार है फिर चाहे वह सिनेमा हो, पत्रकारिता हो, या सोशल मीडिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन दिवसीय इस शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में लगभग 55 शॉर्ट फिल्म्स, डॉक्युमेंट्रीज और म्यूजिक विडियोज का प्रदर्शन किया जाएगा। यह फिल्में विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और मानवीय पहलुओं पर आधारित है और देश के फिल्म निर्माताओं की रचनात्मक सोच को दर्शाती है। कार्यक्रम के पहले दिन पीसेज ऑफ पार्टीशन, दरमियां, द सेंट ऑफ तुलसी, सेल्फी प्लीज, एम्टी समेत 22 शॉर्ट फिल्म्स, डॉक्युमेंट्रीज और म्यूजिक विडियोज दिखाई गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बंशीधर तिवारी ने कहा कि आज सब तेजी से बदल रहा है, ऐसे समय में युवाओं के पास अपनी बात कहने और समाज को कुछ लौटाने का सबसे असरदार ज़रिया कंटेंट ही है। खासतौर पर शॉर्ट फिल्म जैसे माध्यम, जिनमें हमारी संस्कृति, परंपराएं और मूल बेहद सुंदर और सशक्त रूप से दिखाया जा सकता है। जरूरत है कि युवा सिर्फ कंटेंट के उपभोक्ता ना बने बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ते हुए रचनात्मकता के जरिए उसे आगे बढ़ाने वाले निर्माता भी बने। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड फिल्म डेवलपमेंट काउंसिल के जॉइंट सीईओ नितिन उपाध्याय ने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हर कहानी में ताकत होती है, बस जरूरत है उसे सच्चाई और जुनून के साथ कहने की। गढ़वाल पोस्ट के संस्थापक और अभिनेता सतीश शर्मा ने कहा कि शॉर्ट फिल्म केवल मनोरंजन नहीं आज की पीढ़ी की सोच, संघर्ष और सपनों का आईना है। कम समय में बड़ी बात कहने का हुनर ही असली सिनेमा की पहचान है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जाने-माने अभिनेता गोपाल दत्त ने छात्र-छात्राओं को सिनेमा जगत में अच्छा काम करने को प्रेरित किया और कहा कि सिनेमा सिर्फ ग्लैमर नहीं जिम्मेदारी भी है, आप जो दिखाते हैं वही समाज सोचता है। फिल्म फेस्टिवल के दौरान छात्र-छात्राएं सिर्फ दर्शक नहीं बने बल्कि हर फिल्म के साथ एक नई भावना को महसूस करते नजर आए। कहीं किसी कहानी ने हंसाया, तो कहीं किसी सच्चाई ने आंखें नम कर दी। यह अनुभव सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहा बल्कि दिल को छू लेने वाला और यादगार बन गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर वेव्स फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर अनमोल आजगांवकर, को-ऑर्गेनाइजर अरुण कुमार बियास, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. अमित आर भट्ट, मास मीडिया एंड कम्युनिकेशन विभाग की हेड डा. ताहा सिद्दीकी, अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।