रेल यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को मिल सकती है छूट, पढ़ें- फिलहाल क्या है लेटेस्ट स्थिति
देश में रेलवे की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे टिकटकी सभी श्रेणियों में रियायती टिकट दी जाती रही थी। इसे बाद में बंद कर दिया गया। इस बीच खबर है कि कि वरिष्ठ नागरिकों को छूट पर फिर से विचार किया जा रहा है। पिछले माह रेल यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को छूट बहाल करने के लिए एक संसदीय समिति ने सरकार से सिफारिश की है। संसद की एक समिति ने ट्रेन यात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट बहाल करने पर रेल मंत्रालय से विचार करने को कहा है। भाजपा सांसद राधा मोहन सिंह की अध्यक्षता वाली रेल मंत्रालय संबंधी संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। ये रिपोर्ट संसद के दोनों सदनों में पेश भी की जा चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कोरोनाकाल से बंद है ये छूट
कोरोना काल के दौरान सरकार ने सभी रियायती टिकटों पर रोक लगा दी थी और तब से सभी क्लास के रियायत टिकटों की बिक्री बंद है। रेलवे की ओर छात्रों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक और अन्य कई कैटेगरी जैसे स्पोर्ट्स कोटा में रेल टिकट के किराए में अलग-अलग प्रतिशत की छूट दी जाती रही है। कोरोना काल के आरंभ में जो यह छूट बंद हुई तब से लेकर अभी तक इसे दोबारा आरंभ नहीं किया गया। लाखों लोग जो इन छूट का लाभ ले रहे थे उन्हें अब इसके दोबारा आरंभ होने का इंतजार है। तमाम सामाजिक और राजनीतिक संगठन सरकार से लगातार छूट दोबारा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। कई मौकों पर सरकार के मंत्रियों से लेकर रेल मंत्री तक से यह सवाल अलग अलग मंचों पर पूछ लिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वरिष्ठ नागरिकों को मिलती थी छूट
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रेलवे 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुषों को किराये में 40 फीसदी की छूट देता था। महिलाओं के लिए इसकी न्यूनतम आयु 58 वर्ष है। यानी 58 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को 50 फीसदी छूट दी जाती थी। ये छूट मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो समूह की ट्रेनों में सभी वर्गो के लिए दी जाती थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
20 मार्च 2020 से नहीं मिल रही रियायत
कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए 20 मार्च 2020 को वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट का विकल्प वापस ले लिया गया गया। अब समिति को लगता है कि कोरोना प्रतिबंध अब समाप्त हो गए हैं। रेलवे ने सामान्य वृद्धि हासिल कर ली है। आगे समिति ने मंत्रालय से आग्रह किया कि शयनयान श्रेणी और 3ए श्रेणी में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करे। इसे जल्द से जल्द फिर से शुरू करने के प्रयास किए जाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रेल मंत्री ने दिया था ये जवाब
हाल ही में ट्रेन यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायत की बहाली को लेकर पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने यात्री सेवाओं के लिए 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। साथ ही रेलवे का वार्षिक पेंशन बिल 60,000 करोड़ रुपये है और वेतन बिल 97,000 करोड़ रुपये है, जबकि ईंधन पर 40,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि रेलवे नई सुविधाएं लेकर आ रही है। ऐसे में अगर कोई नया फैसला लेना होगा तो हम लेगें, लेकिन वर्तमान में सभी को रेलवे की स्थितियों पर गौर करना चाहिए। वहीं, पिछले ही महीने लोकसभा की स्थाई समिति ने भी यह सिफारिश की है कि रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे किराए में दी जाने वाली छूट को दोबारा से आरंभ करेगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।