संविधान दिवस पर ग्राफिक एरा में संगोष्ठी, वक्ताओं ने बताई संविधान की खूबियां, छात्रों को दिलाई शपथ
संविधान दिवस के उपलक्ष में ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय में ‘भारतः लोकतंत्र की जननी’ विषय पर आज एक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस विचार गोष्ठी में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ आर गौरी ने महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रावधान है। निर्भया केस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए समय के साथ-साथ कई कानून बनाए गए हैं। मीडिया के माध्यम से उन कानूनों की जानकारी जन-जन तक पहुंचने चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)गोष्ठी में विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर डॉ जे कुमार ने देश के संविधान की खूबियां और विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान में भारत के लोगों को सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय के साथ-साथ विचारों की अभिव्यक्ति धर्म और उपासना की स्वतंत्रता दी है। साथ ही प्रतिष्ठा और समान अवसर प्राप्त करने के लिए उपाय किए गए हैं। देश के संविधान में राष्ट्र की एकता अखंडता और भाईचारा बढ़ाने के प्रावधान सुनिश्चित किए गए है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ अरविंद धर ने संविधान के सांकृतिक- ऐतिहासिक पक्षों पर अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही ग्राफिक एरा की स्कूल ऑफ लॉ की विभागाध्यक्ष डॉ शालिनी बहुगुणा बछेती ने छात्र-छात्राओं को मौलिक जिम्मेदारी निभाने के लिए शपथ भी दिलाई। इस मौके पर विश्विद्यालय के शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अंकिता जखमोला ने किया।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




