संजय राउत का दावा-एकनाथ शिंदे नहीं रहेंगे महाराष्ट्र के सीएम, अजीत पवार की होगी ताजपोशी
महाराष्ट्र में राष्ट्रावादी कांग्रेस पार्टी में हुई बड़ी टूट पर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम में भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। संजय राउत ने कहा कि बीजेपी दबाव और दहशत की राजनीति करती है। यह भूंकप और महाभूंकप आने वाला था। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अहम नेता और दो बार डिप्टी सीएम रह चुके अजीत पवार आज शिंदे सरकार के हो गए। यही नहीं अपने साथ एनसीपी के कई विधायकों को भी सरकार में शामिल करवा लिया। खुद तीसरी बार डिप्टी सीएम पद की शपथ ली तो 8 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अजीत पवार के इस कदम से महाविकास अघाड़ी को जरूर बड़ा झटका लगा है। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बात करते हुए राउत ने कहा कि अब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। अजीत पवार का कैबिनेट में प्रवेश का मतलब है कि एकनाथ शिंदे जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संजय राउत से उद्धव ठाकरे के ट्वीट को लेकर सवाल पूछा गया था। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अजीत पवार और उनके विधायकों को कहा कि वह जहां रहें, अच्छे से रहें। इस पर संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अजित पवार जब अपने विधायकों के साथ कैबिनेट में शामिल हो रहे थे, तब आपने एकनाथ शिंदे का चेहरा देखा? अजीत पवार का कैबिनेट में प्रवेश होने का मतलब है एकनाथ शिंदे जा रहे हैं। अब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। अजित पवार के विधायकों के बारे में उद्धव के ट्वीट का समर्थन करते हुए राउत ने कहा कि उद्धव जी ने सही कहा। जहां रहें अच्छे से रहें, देखते हैं कितने दिन रहते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी पर राउत का निशाना
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि यह बदलाव नहीं, बल्कि बदले का दौर है। बदलाव तो 2024 में आएगा। यह विचारों की पार्टी नहीं है और यह राजनीतिक विरोधियों की पार्टी तोड़ रही है। सरकारें बना रही है और सरकारें गिरा रही है। यह महाराष्ट्र को मान्य नहीं है। एक साल पहले उन्होंने शिवसेना को तोड़ा और आज एनसीपी तो तोड़ दिया। राउत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री कल तक जिन भ्रष्टाचारियों की बात कर रहे थे वो सब आज राजभवन में शपथ ले रहे थे। इसका मतलब ये है कि पीएम और बीजेपी नेताओं के आरोप झूठे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, एनसीपी नेताओं ने भी अजित पवार के फैसले पर रोष जताया है। पुणे एनसीपी अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने कहा कि कल अजित पवार ने जो बीजेपी सरकार के साथ शामिल होने का निर्णय लिया, उसके बाद सभी एनसीपी समर्थकों ने पुणे में शरद पवार जी के साथ रहने का फैसला किया है और हम उनका समर्थन करते रहेंगे। हमारी बीजेपी और RSS के खिलाफ जंग हमेशा कायम रहेगी। हम ये लड़ाई जरूर लड़ेंगे और जीतेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनसीपी विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पवार ने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा कि कोई व्यक्ति वहां (बीजेपी के साथ) क्यों गया है। ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम यहां क्यों हैं। महाराष्ट्र की हाल की घटनाओं से मतदाता परेशान हैं। जो कुछ हुआ उसके बाद भी अजीत काका के प्रति मेरा सम्मान उतना ही रहेगा। मेरे निजी जीवन में उन्होंने मेरी बहुत मदद की है, लेकिन राजनीति में एक पार्टी की विचार प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनपीसी की यूथ विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया दूहन ने अजित पवार के फैसले को व्यक्तिगत निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि पूरी पार्टी पवार साहब के साथ खड़ी है। पवार साहब के बिना, कोई एनसीपी नहीं है। पूरा देश और महाराष्ट्र राज्य, जनता महाराष्ट्र मजबूती से पवार साहब के साथ खड़ा है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।