आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की दो टूक, धर्म संसद में दिए गए बयान हिंदुओं के शब्द नहीं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हाल में धर्म संसद कार्यक्रम में दिए गए कुछ बयान हिंदुओं के शब्द नहीं थे और हिंदुत्व का पालन करने वाले लोग उनके साथ कभी सहमत नहीं होंगे।

धर्म संसद से उठे बवाल के एक माह बाद संघ प्रमुख ने कहा कि यहां तक कि वीर सावरकर ने कहा था कि अगर हिंदू समुदाय एकजुट और संगठित हो जाता है तो वह भगवद् गीता के बारे में बोलेगा न कि किसी को खत्म करने या उसे नुकसान पहुंचाने के बारे में बोलेगा। देश के हिंदू राष्ट्र बनने के रास्ते पर चलने के बारे में भागवत ने कहा कि यह हिंदू राष्ट्र बनाने के बारे में नहीं है। आप इसे मानें या न मानें, यह हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि संघ लोगों को विभाजित नहीं करता, बल्कि मतभेदों को दूर करता है। उन्होंने कहा कि हम इस हिंदुत्व का पालन करते हैं।
धर्म संसद में विवादित भाषण देने का आरोप
बता दें कि हरिद्वार में बीते साल 17 से 19 दिसंबर के बीच हुई हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन स्वामी नरसिंहानंद ने कराया था। इस सम्मेलन में वक्ता के रूप में हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष स्वामी प्रमोदानंग गिरि और स्वामी आनंदास्वरूप, साध्वी अन्नपूर्णा शामिल हुए थे। वहीं बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय पर भी कई आरोप लगे हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह सिर्फ 30 मिनट ही कार्यक्रम में रुके थे। धर्म संसद मामले में हरिद्वार में नरसिंहानंद और जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी सहित 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ दो FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच जारी है। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद में डासना मंदिर के मुख्य पुजारी नरसिंहानंद, जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया गया था। इन सभी के खिलाफ IPC की धारा 341, 504, 506 और 352 के तहत मामला दर्ज है।
धर्म की रक्षा के लिए उठाएंगे शस्त्र
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साधु-संत कहते दिख रहे हैं कि धर्म की रक्षा के लिए वह शस्त्र उठाएंगे। अब मुस्लिम पीएम नहीं बनने देंगे। साथ ही वह मुस्लिम आबादी भी नहीं बढ़ने देंगे। धर्म की रक्षा के नाम पर साधुओं का यह विवादित भाषण तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं साध्वी अन्नपूर्णा भी कॉपी-किताब रखकर हाथ में शस्त्र उठाने की बात कहती दिख रही हैं।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।