श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर रामचन्द्र नौटियाल की गढ़वाली कविता- श्रीदेव सुमन
टिरी जिला बमुण्ड पट्टी
जौल छ गांव
तारा देवी माता छ
पिता हरिराम बडोनी
श्रीदेव सुमन बेटा ह्वेन
बलिदान दी तैं
अमर करि जौन नांव
टिरी जिला बमुण्ड
पट्टी जौल छ गांव
“प्रजामण्डल” बणैक प्रजा की
आवाज उठै
गढदेश सेवा संघ
सबि गढवासियों तैं क्रान्ति कु
बाटु दिखै (कविता जारी, अगले पैरे में देखिए)
नाजायज कर
नाजायज कानून
हटौणे कि राजा सि निवेदन करै
राजमद म नशा म चूर राजा तैं
य बात हजम नि ह्वै
झूठा मुकदमा म तुमतैं सुमन
जेल म बन्द करै
चौरासी दिन तक जेल भुक्ति
तुमना जनता कि खातिर
जब राजा का ऐलकारों सि कुछ नि ह्वै
कुनैन क इंजेक्शन लगै
कांच कि रोटी खलै (कविता जारी, अगले पैरे में देखिए)
तुमुन जेल म ही चौरासी
दिन भुखा रै
जब जेल म चौरासी दिन म
सुमन जी तुम टिरी जेल म शहीद ह्वे
सुमन जी !
तरुण ज्वानि म अमर शहीद ह्लैक
एक नया इतिहास रचै
तब जैक टिरी की जनता
गुलामि सी बचै
सुमन जी तुम तैं कोटि नमन
कोटि कोटि नमन
कवि का परिचय
रामचन्द्र नौटियाल, ग्राम जिब्या पट्टी दशगी, जनपद उत्तरकाशी उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।