हरिद्वार में घर से चोरी हुए आठ माह के बच्चे को पुलिस ने किया बरामद, दो महिलाओं को लिया हिरासत में

पुलिस के मुताबिक प्रिटिंग मशीन रिपेयरिंग करने वाले रविंद्र मोहल्ला कड़च्छ में रहते हैं। रविंद्र शनिवार सुबह 9:30 बजे अपने काम पर चला गया। घर पर उनकी पत्नी राखी, पांच साल की बेटी दिव्या और आठ माह का बेटा शिवांग था। शिवांग के सोने के बाद राखी ने उसे बिस्तर में लेटा दिया। पांच वर्षीय बेटी दिव्या कमरे में ही खेल रही थी। इस बीच राखी घर का काम करने लगी। तभी पीली धोती, जैकेट और सिर पर पगड़ी पहने वेशधारी साधु घर के दरवाजे पर पहुंचा। राखी ने उसे पांच रुपये दिए और वह चला गया। बाहर का दरवाजा बिना कुंडा लगाए बंद कर दिया और खुद छत पर कपड़े डालने चली गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताया जाता है कि कुछ देर बाद बेटी दिव्या छत पर जाने लगी। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली एक महिला भी आई और उनके बेटे के बारे में पूछा। राखी कमरे के अंदर गई तो शिवांग गायब था। उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्चा चोरी की सूचना चारों तरफ फैल गई। बच्चे के चोरी होने के बाद से पुलिस महकमे के अफसरों की नींद उड़ी हुई थी। लगातार 24 घंटे से पुलिस टीमें सीसीटीवी कैमरे चेक करने के साथ ही चप्पे-चप्पे को खंगालने में जुटी हुई थी। देर रात तक सर्च अभियान के बाद भी मासूम का कुछ पता नहीं चल पाया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रविवार की सुबह रोड़ी बेलवाला चौकी प्रभारी प्रवीन रावत टीम के साथ चेकिंग अभियान में जुटे हुए थे। इसी बीच सप्तऋषि क्षेत्र में दो महिलाएं संदिग्ध प्रतीत हुई तो उन्होंने उन्हें रोककर पूछताछ की। महिलाओं की गोद में एक बच्चा था। उसे देखने के बाद उन्होंने फोटो से मिलान किया तो वह ज्वालापुर से चोरी हुआ आठ महीने का शिवांग निकला। इसके बाद पुलिस ने दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।