शिक्षिका हेमलता बहुगुणा की कविता-फूल

फूल
जा जा जा प्यारे फूल
तुम अयोध्या में जाना
राम जी के चरणों में गिर
अपना शीश झुकाना
जा जा जा………….
आयेंगी बाधाएं तों तुम
बिलकुल मत घबराना
हवा धूल मिट्टी भी लगे
उनसे तुम टकराना।
जा जा जा………..
आग पानी को देख के
पीछे मत मुड़ जाना
आगे आगे बढ़ते रहना
श्री राम जी से मिल जाना।
जा जा जा………..
निष्ठा है कर्त्तव्य है मेरा
उत्साह और यह धैर्य है मेरा
प्रभु को यह बतलाता
दीप से दीप जलाकर तुम
प्रभु चरणों में शीश नवाना।
जा जा जा……………..
कवयित्री का परिचय
नाम-हेमलता बहुगुणा
पूर्व प्रधानाध्यापिका राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय सुरसिहधार टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड।