युवा कवयित्री प्रीति चौहान की कविता-माली देता है हर रोज पानी

जो जनता है बिन पानी फूल नही खिला करते।
वक़्त दिया करो हर रिश्ते को..
बिना वक़्त दिए रिश्ते नही पनपा करते।
मतलब छिपा होता हैं हर किसी की बातों में..
बिन मतलब यहाँ कोई किसी से बात नही करते।
हर कोई तुम्हें समझे जरूरी तो नही..
हर किसी के सामने अपने आँसू जाया नही करते।
भरोसा टूट जाने पर माफी से क्या होगा..
कांच टूटने पर वो जुड़ा नही करते।
हर कोई नही भरोसे के काबिल यहाँ..
हर किसी पर इतनी जल्दी ऐतबार नही किया करते।
मोहब्बत नही देखती जात- पात, ऊंचा-नीचा, कुल घराना..
इतना सब सोच कर मोहब्त थोड़ी किया करते।
कवयित्री का परिचय
नाम-प्रीति चौहान
निवास-जाखन कैनाल रोड देहरादून, उत्तराखंड
छात्रा- बीए (तृतीय वर्ष) एमकेपी पीजी कॉलेज देहरादून उत्तराखंड।