युवा कवयित्री प्रीति चौहान की कविता-तुम्हारे हर सपने पूरे नही होंगे
युवा कवयित्री प्रीति चौहान की कविता-तुम्हारे हर सपने पूरे नही होंगे।

तुम्हारे हर अपने अपने नही होंगे
तुम्हारे हर फैसले सही नही होंगे
तुम्हारे हर दोस्त वफादार नही होंगे
तुमने अच्छा बुरा जिसको जैसा भी समझा है
वो हर बार तुम्हारे मुताबिक नही होंगे
तुम्हारे बढ़ते कदम हर बार मंजिल की तरफ नही होंगे
तुमसे जुड़ा हर कोई भरोसे लायक नही होंगे
मगर हाँ फिर भी……
तुम्हें सपने देखने है।
दोस्त बनाने है, भरोसा करना है।
मंजिल की तरफ कदम बढ़ाने है।
क्योकिं …
जिंदगी विराम का नाम नही हैं।
कवयित्री का परिचय
नाम-प्रीति चौहान
निवास-जाखन कैनाल रोड देहरादून, उत्तराखंड
छात्रा- बीए (तृतीय वर्ष) एमकेपी पीजी कॉलेज देहरादून उत्तराखंड।