गणतंत्र दिवस पर शिक्षक माधव सिंह नेगी की कविता-संकल्प
संकल्प
मन में है उमंग, दिल में उल्लास भरा है।
समूचा राष्ट्र आज, जय हिन्द बोल रहा है।।
लहरा दो तिरंगा, भारत भूमि के कोने-कोने में।
गणतन्त्र दिवस मनाएँ, हर्षोल्लास से।।
देश की आजादी के लिए, लाखों ने तन मन वारा।
नव बधुओं ने सिन्दूर को आजादी के लिए वारा।।
उन देश के अमर शहीदों को शत् शत् है हमारा।
उन देश के अमर शहीदों को शत् शत् वन्दन है हमारा।।
यहाँ गंगा यमुना की, निर्मल बहती है धारा।
उत्तर में नगराज हिमालय, मुकुट कितना सुन्दर प्यारा।
दक्षिण में सागर चरण पखारे, लगता तिरंगा प्यारा
शस्य श्यामला धरती ने, आंचल हरा पसारा।
दुनिया में सबसे बड़ा, लोकतन्त्र है हमारा।
हम करेंगे इसकी रक्षा, देकर तन मन सारा।।
मानसरोवर की लहरों तक, फहरायेंगे तिरंगा प्यारा ।
हम एक रहेंगे नेक रहेंगे यह संकल्प है हमारा।।
कवि का परिचय
माधव सिंह नेगी
प्रधानाध्यापक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय
जैली, ब्लॉक जखोली, जिला रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।