उत्तराखंड में हवाई साबित हुई कोरोना टीका उत्सव की पीएम मोदी की घोषणा, सामान्य दिनों से कम लग रहे टीके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीका उत्सव की घोषणा उत्तराखंड में हवाई साबित हुई। टीका उत्सव के तीन दिन को देखें तो सामान्य दिनों से भी कम लोगों का उत्तराखंड में टीकारण किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीका उत्सव की घोषणा उत्तराखंड में हवाई साबित हुई। टीका उत्सव के तीन दिन को देखें तो सामान्य दिनों से भी कम लोगों का उत्तराखंड में टीकारण किया गया। वहीं, टीका उत्सव मनाने के लिए भाजपा ने इसे भाजपा का टीका उत्सव का नाम तक दे दिया था। इसके लिए प्रदेश प्रवक्ता मनवीर सिंह चौहान ने रविवार को विज्ञप्ति जारी टीका उत्सव को मनाने के दावे किए थे। ये टीका उत्सव 11 अप्रैल से आज 14 अप्रैल तक है। इसके बावजूद यदि टीका उत्सव की हकीकत देखें तो पता चलेगा कि इन दिनों सामान्य दिनों से भी कम लोगों को टीके लगाए गए।
टीका उत्सव में वैक्सीनेशन
11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक चलने वाले टीका उत्सव को उत्तराखंड के नजरिए से देखें तो हकीकत कुछ ओर बयां कर रही है। 11 अप्रैल को 300 केंद्र में 29719 लोगों को, 12 अप्रैल को 581 केंद्र में 49242 लोगों को, 13 अप्रैल को 620 केंद्र में 34799 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। प्रदेश में अब तक कुल 1200434 टीके की डोज लग चुकी है।
टीका उत्सव से पहले की स्थिति
अब टीका उत्सव से पहले की स्थिति में नजर डालें तो इन दिनों से ज्यादा पहले टीके लगाए गए। सात अप्रैल को 572 केंद्र में 63470 टीके, आठ अप्रैल को 718 केंद्र में 107658 टीके, नौ अप्रैल को 697 केंद्र में 60841 को टीके, 10 अप्रैल को 519 केंद्र में 45684 को टीके लगाए गए।
ये है टीका उत्सव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आठ अप्रैल को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर जोर दिया था। वहीं, ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने की बात कही। उन्होंने मीटिंग में मौजूद सभी मुख्यमंत्रियों से कहा था कि हम 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले के जन्मदिवस से लेकर 14 अप्रैल, बाबा साहब आंबेडकर के जन्मदिन तक देश में ‘टीका उत्सव’ मना सकते हैं।
वैक्सीन की कमी
टीका उत्सव फ्लाप होने की वजह कोरोना वैक्सीन की कमी है। इसके चलते कई केंद्रों में ताले लग चुके हैं। लोग खाली हाथ वापस घर लौट रहे हैं। कोरोना वैक्सीन की पहली खेप में उत्तराखंड को वैक्सीन की 13 लाख डोज मिली थी। फिर रविवार को 11 अप्रैल को 1 लाख 38 हजार डोज आई। जो कि अपर्याप्त है। अब तक कुल 1200434 टीके की डोज लग चुकी है। ऐसे में पूरे प्रदेश में मुश्किल से कुछ ही दिन की वैक्सीन बची है।
कोरोना के लिहाज से उत्तराखंड की स्थिति चिंताजनक
उत्तराखंड में कोरोना का इस साल का सबसे बड़ा विस्फोट हुआ। मंगलवार 13 अप्रैल स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक 24 घंटे के भीतर 1925 नए संक्रमित मिले। 13 की मौत हुई और 405 लोग स्वस्थ हुए। वर्तमान में एक्टिव केस की संख्या 9353 हो गई है। उत्तराखंड में अब कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 112071 हो गई है। इनमें से 98897 स्वस्थ हो चुके हैं। 1780 की मौत हो चुकी है। ये प्रदेश में कोरोना का दूसरा सर्वाधिक आंकडा है। इससे पहले 19 सितंबर को सर्वाधिक मामले सामने आए थे। तब एक दिन में 2078 मामलों का रिकार्ड दर्ज है। वहीं, प्रदेश में इस साल सर्वाधिक मौत दर्ज की गई। इससे पहले 18 दिसंबर को पंद्रह मौत हुई थी, जबकि 21 दिसंबर, 22 व दिसंबर 26 को मौत का आंकड़ा तेरह था।
कोरोना संक्रमितों की बात करें तो मंगलवार को सर्वाधिक 775 संक्रमित देहरादून जिले में मिले। हरिद्वार में 594, नैनीताल में 217, उधमसिंह नगर में 172 संक्रमित मिले। बढ़ते मामलों को देख प्रदेश के 54 स्थानों पर लॉकडाउन लगाया हुआ है। यहां बनाए कंटेनमेंट जोन में सख्त प्रतिबंध हैं।
नाइट कर्फ्यू में आधा घंटा की छूट, 54 स्थानों पर लॉकडाउन
उत्तराखंड के देहरादून में नगर निगम क्षेत्र, कैंट क्षेत्र और क्लेमंटाउन क्षेत्र में नाइट कर्फ्यू है। इसमें अब सीएम तीरथ सिंह रावत के आदेश पर आधा घंटा की छूट दी जा रही है। यानी अब नाइट कर्फ्यू रात साढ़े दस बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा। वहीं, कंटेनमेंट जोन में देहरादून में 30, हरिद्वार में छह, नैनीताल में 17, पौड़ी में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।