आंशिक चंद्र ग्रहण आज, 580 साल बाद आया ऐसा संयोग, नेतृत्व हो सकता है विचलित, जानिए प्रभावः आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी
चंद्र ग्रहण का समय
19 नवंबर का चंद्र ग्रहण बेहद खास है, क्योंकि ऐसा चंद्र ग्रहण 580 साल के बाद लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहने वाली है। भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 12:48 बजे से 04:17 मिनट तक होगा।
भारत में यहां दिखेगा चंद्र ग्रहण
यह आंशिक चंद्र ग्रहण भारत में केवल असम और अरुणाचल प्रदेश में ही नजर आएगा। इससे पहले इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण 1440 में लगा हुआ था। वहीं, 19 नवंबर 2021 के बाद अब 8 फरवरी 2669 में इतना लंबा चंद्र ग्रहण होगा। यानी कि 648 साल बाद ऐसा ग्रहण होगा।
चार दिसंबर को होगा साल का आखरी सूर्यग्रहण
19 नवंबर 2021 को लगने जा रहे इस साल के आखिरी चंद्र ग्रहण के बाद अगला चंद्र ग्रहण साल 2022 में 8 नवंबर को होगा। इस साल कुल 4 ग्रहण लगने हैं, जिसमें से दो सूर्य ग्रहण हैं और दो चंद्र ग्रहण हैं। इनमें से दो ग्रहण लग चुके हैं। वहीं 19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण और 4 दिसंबर को आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
बढ़ सकती है महंगाई
कुंभ लग्न पर हो रहा है आंशिक चंद्र ग्रहण। ऐसे में इसका प्रभाव जीवों पर भी पड़ सकता है। यूं तो चंद्रग्रहण आंशिक है, लेकिन इसका प्रभाव पूर्ण रूप में दिखाई देगा। क्योंकि वृष राशि पर चंद्रमा के साथ राहु गोचर कर रहे हैं। तो चंद्रमा के उच्चका होने पर जल, दूध व पानी व तरल से संबंधित वस्तुओं का मूल्य भाव बढ़ेगा। आर्थिक दृष्टि से लाभ के योग बनते हैं। औषधियों और खाद्य पदार्थों का मूल्य बढ़ेगा। साथ ही वृष और कर्क राशि वालों को सावधान रहना पड़ेगा। क्योंकि चंद्रमा के साथ यदि राहु गोचर करता है तो उसे चंद्र ग्रहण योग कहते हैं। ऐसे में राहु से ग्रसित चंद्रमा प्रभावित होकर अपने शुभ प्रभाव को खत्म कर देता है। चंद्रग्रहण का प्रभाव पूर्णमासी के बाद से अगले आने वाले ग्रहण तक दिखाई दे सकता है।
नेतृत्व पर भी डालेगा असर
इस दिन शनि और वृहस्पति के साथ होने पर चांडाल योग बन रहा है। इसका प्रभाव राजनीतिक व सामाजिक और संगठनात्मक संस्थाओं पर आपसी द्वंद्व के रूप में पड़ेगा। यानी इनमें आपसी फूट पड़ सकती है। सूर्य नेतृत्व का कारक है। उनके साथ केतु वृश्चिक राशि पर दसवें घर में गोचर कर रहा है। इसका प्रभाव शीर्ष नेतृत्व को विचलित करने वाला दिखाई देता है। यहां पर सूर्य प्रभावित होने के कारण कोई प्रतिद्वंद्वी, गुप्त शत्रु बहुत बड़ी विडंबना पैदा कर सकता है। जो आने वाले समीकरणों को बिगाड़ सकता है।
प्रकृति पर भी पड़ेगा प्रभाव
कुछ बीमारियां बढ़ेंगी। उत्पात मचेगा। जहरीली वस्तुओं का प्रभाव बढ़ेगा। खाद्य पदार्थों में मिलावट बढ़ सकती हैं। ऐसे में सचेत रहने की जरूरत है। कुछ स्थानों में भूकंप से संबंधित सूचना भी मिल सकती हैं। अचानक बारिश, हवा आदि की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। प्राकृतिक आपदाओं की भी संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
ये करें उपाय
मकर और कुंभ राशि वालों को इस दिन अन्न, आहार और गर्म कपड़ों का दान करना लाभकारी होगा। कर्क, वृष राशि और सिंह राशि वालों को सावधान रहना पड़ेगा। इन राशि वालों को दूध और जलेबी का दान लाभकारी है। वृष राशि वालों को नारियल, सतनाजा, झाड़ू, कंबल, गर्म वस्तु आदि का दान करना चाहिए। बाकी राशि वालों के लिए सामान्य है। इस दिन- ओम नमो भगवते वासुदेवाय, ओम महालक्ष्मी नमो नमः, का जाप कर सकते हैं।
आचार्य का परिचय
आचार्य डॉ. संतोष खंडूड़ी
(धर्मज्ञ, ज्योतिष विभूषण, वास्तु, कथा प्रवक्ता)
चंद्रविहार कारगी चौक, देहरादून, उत्तराखंड।
फोन-9760690069
-9410743100
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।