एचआईएमएस जौलीग्रांट में पैरामेडिकल के छात्रों ने जानी क्रैनियोसेक्रल थेरेपी की तकनीक

देहरादून में डोईवाला स्थित हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) जौलीग्रांट में फिजियोथेरेपी के छात्र-छात्राओं के लिए क्रैनियोसेक्रल थेरेपी पर गैस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इसमें आए विशेषज्ञ ने छात्र-छात्राओं को क्रैनियोसेक्रल थैरेपी की तकनीक व इससे होने वाले लाभ के विषय में जानकारी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के फिजिकल मेडिसिन एवं रिहेब्लिटेशन विभाग की ओर से विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित चौखंबा सभागार में गैस्ट लेक्चर आयोजित किया गया। चंडीगढ़ विश्विद्यालय की डॉ. कीर्ति राव ने क्रैानियोसेक्रल थेरेपी (सीएसटी) के विषय में कहा कि यह बिल्कुल हल्के हाथों से की जाने वाली मालिश की तकनीक है। सीएसटी सिरदर्द, गर्दन के दर्द और कैंसर के उपचार के दुष्प्रभावों से दर्द होने में राहत देती है। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं को इस तकनीक का हैंड्स ऑन प्रशिक्षण भी दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उपप्रधानाचार्य डॉ. बरनाली ककाती ने इस फिजियोथेरेपी की नई तकनीक को छात्रों के लिए उपयोगी बताया। इस अवसर पर इंचार्ज डॉ. रामलीला घुलेलिया, डॉ. वैभव अग्रवाल, डॉ. प्रवीन रावत, डॉ. अमित शमा, डॉ. सरबजीत, डॉ. आशीष, डॉ. अविनाश, डॉ. अंकिता, डॉ. मनीष उपस्थित रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।