यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा घोटाले में एक और आरोपी गिरफ्तार, अब तक कुल 44 की गिरफ्तारी
उत्तराखंड में यूकेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा 2020-21 पेपर लीक मामले में एक और आरोपी को उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। इस प्रकरण में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसटीएफ ने नकल कराने के मामले में लखनऊ उत्तर प्रदेश से रूपेन्द्र कुमार जायसवाल को गिरफ्तार किया। उस पर 25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। उस पर आरोप है कि पेपर होने से पूर्व उसने सादिक मूसा को आरएमएस साल्यूशन के कर्मचारी कसान से मिलाया था। सादिक मूसा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कसान से लीक आउट पेपर लेकर सादिक मूसा को दिया गया। इसकी एवज में रूपेन्द्र कुमार जायसवाल ने पांच लाख रुपये की राशि प्राप्त की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल के मुताबिक, यूकेएसएसएससी मामले में विवेचना कर रही एसटीएफ की ओर से आज पेपर लीक कराने के मामले में पूर्व में गिरप्तार किये जा चुके अभियुक्त सादिक मूसा के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रूपेन्द्र कुमार जायसवाल पुत्र खुशीराम जायसवाल की गिरफ्तारी की गई है। अभी तक इस मामले में एसटीएफ की ओर से ये 44 वीं गिरप्तारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एसटीएफ की ओर से की गई जांच और पूछताछ में पता चला है कि रूपेन्द्र कुमार जायसवाल ने आरएमएस साल्यूशन कम्पनी के कर्मचारी से पेपर प्राप्त कर अभियुक्त सादिक मूसा को लीक आउट पेपर दिया गया था। उसी पेपर से अभ्यर्थियों को नकल करायी गई। रूपेन्द्र कुमार जायसवाल वर्ष 2011 से ही कम्पनी के मालिक राजेश कुमार चौहान से जुडा हुआ था। अक्सर कम्पनी में राजेश कुमार से मिलने जाता था, वहीं पर इसकी जान-पहचान सादिक मूसा व कसान से हुई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त का विवरण
1- रूपेन्द्र कुमार जायसवाल पुत्र खुशीराम जायसवाल निवासी ग्राम लोकन पूरवा त्रिलोकपुर थाना पलिया जनपद खीरी उत्तर प्रदेश हाल निवासी सर्जन अपार्टमेंट केशवनगर थाना मडियांव जनपद लखनऊ उत्तर प्रदेश
गिरफ्तार करने वाली टीम
निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा, उनि उमेश कुमार, अउनि हितेश कुमार, हेकां केलाश नयाल, हेकां अनूप भाटी, कां चालक अमित, कां. मोहन असवाल। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 44 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता हाकम सिंह भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है। ऐसे में कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, परीक्षाओं का संचालन उत्तराखंड लोकसेवा आयोग को दिया गया। आयोग की परीक्षाओं में भी पेपर लीक के मामले सामने आए हैं। इनमें लेखपाल, पटवारी परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। वहीं, जेई और एई परीक्षा में पेपर लीक के मामले में भी गिरफ्तारियां हो रही हैं। इनमें एक आरोपी बीजेपी का नेता भी है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।