न्यायालय के आदेश पर वकील शिवा वर्मा के साथ अधिकारियों ने किया बिंदाल नदी का निरीक्षण, दिए ये सुझाव

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित कांवली रोड क्षेत्र में बिंदाल नदी से हो रहे नुकसान को लेकर स्थाई लोक अदालत के आदेश पर शिकायतकर्ता अधिवक्ता शिवा वर्मा ने सिंचाई विभाग और नगर निगम के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य बाढ़ से सुरक्षा दीवार के निर्माण और वैकल्पिक व्यवस्था आदि का जायजा लेना था। इस कार्य को सिंचाई विभाग की ओर से पूरा किया जाना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
निरीक्षण के दौरान शिकायतकर्ता शिवा वर्मा ने अधिकारियों को बताया कि एक स्थान पर पुश्ता पूरी तरह से गिरा हुआ है। इसे जल्द से जल्द ठीक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा न करने पर लोगों को घरों को नुकसान के साथ ही बड़ी जान-माल की हानि हो सकती है। वर्मा ने सुझाव दिया कि वैकल्पिक तौर पर पत्थर का जाल लगाया जा सकता है। इससे नदी के किनारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नगर निगम के अधिकारियों को वर्मा ने कहा कि कूड़े के ढेर मात्र किनारे लगाने से समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि गार्बेज बैग देकर पर्यावरण मित्रों को नदी में उतारा जाए और प्रतिदिन कूड़ा निकाला जाए। इससे कूड़ा एक स्थान पर इकट्ठा नहीं होगा और नदी साफ रहेगी। साथ ही, इससे उत्पन्न दुर्गंध का भी समाधान हो सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मामले में न्यायालय में अग्रिम सुनवाई 22 जुलाई 2025 को होगी। इसमें निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद विशाल कुमार, अधिवक्ता गौरव सेठ, अधिवक्ता संजय शर्मा, अधिवक्ता सागर ढींगिया और क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।