नौकरी के पहले दिन गार्ड ने करोड़ों की पेंटिंग कर दी खराब, ठीक करने में खर्च हो रहे ढाई लाख, भुगतनी पड़ी सजा

घटना पश्चिम-मध्य रूस की है। एक आर्ट गैलरी में एक सुरक्षा गार्ड को एक कीमती पेंटिंग को खराब करने के लिए नौकरी के पहले ही दिन निकाल दिया गया। गार्ड ने एक बॉलपॉइंट पेन निकाला और पेंटिंग के टुकड़े में तीन फेसलेस आकृतियों में से दो पर कलाकारी कर डाली। क्योंकि वह गार्ड की ड्यूटी से ऊबने लगा था। गैलरी की कलाकृतियों को इसी तरह की शरारत से बचाने के अलावा कुछ और करने की उसकी इच्छा की वजह से उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा गया।
पश्चिम-मध्य रूस के येकातेरिनबर्ग शहर में बोरिस येल्तसिन राष्ट्रपति केंद्र में ऐसी घटना प्रकाश में आई। जहाँ पेंटिंग प्रदर्शित की गई थी। वहां आए दो गेस्ट ने जब देखा कि किसी ने पेंटिंग को खराब कर दिया है, तो उन्होंने एक गैलरी कर्मचारी को इसकी सूचना दी। मेट्रो की एक रिपोर्ट में कहा गया है, माना जाता है कि गार्ड ने 7 दिसंबर, 2021 को पेंटिंग को खराब किया था, लेकिन उसकी पहचान का पता चलने के बाद उसे इस हफ्ते नौकरी से निकाल दिया गया।
‘थ्री फिगर्स’ नामक कलाकृति का 74.9 मिलियन रूसी रूबल के लिए बीमा किया गया था। जो 7,40,000 पाउंड (लगभग $ 1 मिलियन या ₹ 7.51 करोड़) के बराबर है। ‘द वर्ल्ड’ नामक एक नई कला का जन्म’ प्रदर्शनी के हिस्से के रूप में प्रदर्शित किया गया था। यह 1932 और 1934 के बीच रूसी अवंत-गार्डे कलाकार काज़िमिर मालेविच के छात्र अन्ना लेपोर्स्काया द्वारा बना गया था।
Artist Anna leporskaya’s $1million painting named ‘Three Figures’ was ruined after a security guard drew pair of eyes on the faceless figures in the painting. On being asked he is said to have become bored on the first day of his duty.@MailOnline pic.twitter.com/36lTMEzHcB
— Illuminate- The Learning Hub of MAIMS (@IlluminateMaims) February 10, 2022
येल्तसिन सेंटर ने एक बयान में कहा कि उन्होंने निजी सुरक्षा संगठन के कर्मचारी की पहचान की थी, जिसने पेंटिंग पर आंखें बना डालीं, लेकिन उनके नाम का खुलासा नहीं किया। कला केंद्र ने कहा कि पेंटिंग को एक बॉलपॉइंट पेन से खराब किया गया था। प्रदर्शनी के क्यूरेटर अन्ना रेशेतकिना ने गार्जियन को बताया कि उनके (सुरक्षा गार्ड के) मकसद अभी भी अज्ञात हैं, लेकिन प्रशासन का मानना है कि यह विवेक में किसी तरह की चूक थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि पेंटिंग को लंबे समय तक नुकसान के बिना अपने मूल रूप में ठीक किया जा सकता है और वे इस पर काम कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि पेंटिंग को ठीक करने में लगभग 2,50,000 रूसी रूबल (लगभग ₹ 2.5 लाख) खर्च होंगे। सुरक्षा गार्ड को बर्बरता के आरोप का सामना करना पड़ा है, जिसमें 40,000 रूसी रूबल (लगभग ₹ 40,000) का जुर्माना और एक साल की सुधारात्मक जेल की सजा है। पिछले हफ्ते, पुलिस ने कहा कि उन्होंने जांच शुरू कर दी है।