एनएसए अजीत डोभाल बोले, किसी को छेड़ेंगे नहीं और देश की रक्षा के लिए सीमा पार किसी को छोड़ेंगे भी नहीं
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोबाल ने नाम लिए बगैर पाकिस्तान और चीन को सख्त चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि हम किसी को छेड़ते नहीं हैं। न ही किसी को छेड़ेंगे, लेकिन जरूरत पड़ी तो देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए सीमा पार करके युद्ध से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि ‘नया भारत अलग सोच का है। अपने स्वार्थ के लिए किसी को छेड़ेंगे नहीं और स्वाभिमान की रक्षा के लिए किसी को छोड़ेंगे नहीं।’
अजीत डोभाल पौड़ी जिले में स्थित अपने पैतृक गांव घीड़ी से लौटते हुए शनिवार की देर शाम ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में गंगा आरती में शामिल हुए। गंगा पूजन के पश्चात गंगा आरती के मंच से अजीत डोभाल ने कहा कि हमने दुनिया की बड़ी से बड़ी सभ्यताओं का पतन होते देखा। नई सभ्यताओं को विकसित होते भी देखा, लेकिन भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया में अनोखी है। सैकड़ों वर्षों तक विदेशी आक्रमण और गुलामी झेलने के बावजूद कोई भी बाहरी सभ्यता इस देश पर प्रभाव नहीं जमा सकी।
उन्होंने कहा कि इसका बड़ा कारण हमारी आध्यात्मिक शक्तियां हैं। एक फौजी भले ही सीमा पर भौतिक रूप से देश की सीमाओं की रक्षा करता है, मगर देश में लाखों-करोड़ों लोग वास्तव में अपनी संस्कृति और आस्था के साथ राष्ट्र को जोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में विदेशी सिर्फ यही देखने आते हैं कि आखिर भारतीयों के भीतर ऐसी क्या शक्ति है, जो एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करती है। नौजवानों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक युवा देश का योद्धा है और इसी भावना के साथ हमें एक सशक्त भारत का निर्माण करना है।

परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पूरे विश्व में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजीत डोभाल जैसे रत्नों को देश में अहम स्थान देकर उत्तराखंड के गौरव को बढ़ाया है।
इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने एनएसए अजीत डोभाल को हिंदू धर्म विश्वकोष भी भेंट किया। परमार्थ निकेतन में रात्रि विश्राम के बाद एनएसए परिवार के साथ मसूरी रवाना होंगे। इस अवसर पर साध्वी भगवती सरस्वती, अनु डोभाल, शौर्य डोभाल आदि भी मौजूद रहे।
गुरुवार से हैं उत्तराखंड में
एनएसए अजीत डोभाल गुरुवार की शाम पत्नी अरुणा डोभाल के साथ ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे थे। यहां उन्होंने हवन पूजन किया और रात्रि विश्राम के बाद वह शुक्रवार की सुबह ऋषिकेश से रवाना होकर पत्नी के साथ दोपहर बाद शक्ति पीठ ज्वाल्पा धाम पहुंचे। यहां मंदिर के मुख्य पुजारी नवीन चंद्र अंथवाल, सुरेंद्र कुकरेती व राजेंद्र प्रसाद अंथवाल ने उनकी पूजा संपन्न कराई। उन्होंने भगवान शिव व कालभैरव मंदिर में भी शीश नवाया ।
मंदिर परिसर में करीब 50 मिनट गुजारने के बाद डोभाल पौड़ी के लिए रवाना हुए। यहां वे सर्किट हाउस में ठहरे। आज सुबह कुल देवी की पूजा के लिए कोट ब्लॉक स्थित अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे थे। वहां करीब ढाई घंटे रहने के बाद वह वापस लौट गए थे। आज शाम ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन पहुंचे। यहां परमार्थ निकेतन में रात्रि विश्राम के बाद एनएसए परिवार के साथ मसूरी रवाना होंगे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।