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November 22, 2024

नासा के टेस स्पेसक्राफ्ट ने की दो सुपर अर्थ की खोज, धरती की तरह भविष्य में वहां इंसान के रहने की संभावना

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के टेस स्पेस्क्राफ्ट ने दो एक्सोप्लैनेट की खोज की है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि वहां पर जीवन की संभावना है। भविष्य में वहां इंसान रह सकते हैं। ये दोनों ही ग्रह अपने तारे से इतनी अच्छी दूरी पर रह रहे हैं कि उनपर जीवन पनप सके। ये दोनों ही ग्रह सुपर अर्थ हैं। यानी दोनों ही आकार में धरती से बड़े हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हैरान करने वाली तस्वीरें आई सामने
टेस स्पेसक्राफ्ट यानी ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट ने जब हमारे सौर मंडल से 137 प्रकाश वर्ष दूर रेड ड्वार्फ स्टार यानी सूरज जैसे तारे टीओएल-2095 की तरफ देखा तो हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आईं। ये स्पेस्क्राफ्ट रोशनी के कम-ज्यादा होने के आधार पर ग्रहों और तारों की खोज करता है। हर ग्रह और तारा या तो रोशनी छोड़ता है, या उसे रिसीव करता है। टीओएल-2095 ब्रह्मांड के सबसे बड़े तारों की फैमिली से आता है। यह हमारे सूरज से ठंडा है, लेकिन काफी रेडिएशन, अल्ट्रावायलेट और एक्स-रे तरंगें निकाल रहा है। टीओएल-2095 से निकल रही रेडिएशन से पास मौजूद ग्रहों का वायुमंडल खत्म हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धरती की तरह पानी की भी उम्मीद
हम जिन दो ग्रहों की बात कर रहे हैं, वो इतनी अच्छी दूरी पर हैं कि उनका वायुमंडल बना हुआ है। उम्मीद जताई जा रही है कि वहां पर धरती की तरह पानी भी है। यानी भविष्य में इन दोनों ग्रहों पर इंसानों की बस्ती बनाई जा सकती है। इन दोनों ग्रहों का नाम टीओएल-2095बी और टीओएल-2095सी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धरती से ज्यादा है वजन
टीओएल-2095बी की अपने तारे से दूरी धरती से सूर्य की दूरी का एक दसवां हिस्सा है। लेकिन तारा सूर्य से ठंडा है, इसलिए पास वाले ग्रह में जीवन पनप सकता है। यह ग्रह हमारी धरती से 1.39 गुना चौड़ा है। इसका वजन धरती से 4.1 गुना ज्यादा है। यह ग्रह अपने तारे का एक चक्कर धरती के 17.7 दिन में पूरा करता है। दूसरा ग्रह टीओएल-2095सी अपने सूरज से थोड़ा दूर है। इसका एक दिन हमारे 28.2 दिन के बराबर है। यानी उस ग्रह का 24 घंटा हमारी धरती के 28.2 दिन के बराबर है। यह हमारी धरती से 1.33 गुना बड़ा है। वजन 7.5 गुना ज्यादा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

लगातार किया जा रहा है अध्ययन
दोनों ग्रहों के सतह की तापमान 24 से 74 डिग्री सेल्सियस के बीच है। स्पेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ला लगुना के अनुसार इन दोनों ग्रहों की हम और स्टडी कर रहे हैं। इनके बारे में शुरुआती जांच से पता चला है कि यहां पर जीवन संभव है। इसलिए और खोजबीन कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके। क्योंकि हमारा टेस स्पेसक्राफ्ट काफी ताकतवर है। वह काफी बेहतरीन डेटा हमें भेज रहा है।
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