उत्तराखंड से 500 से ज्यादा अनाधिकृत बसों का हो रहा संचालन, रोडवेज को लग रहा चूना, कर्मचारी यूनियन से सीएम से लगाई गुहार
उत्तराखंड परिवहन निगम को प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के चलते ही भारी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। दावा तो ये किया जा रहा है कि राज्य में हर दिन 500 से अधिक अनाधिकृत बसों का संचालन हो रहा है। ये खुलासा करते हुए उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर परिवहन निगम को हो रहे राजस्व नुकसान पर अंकुश लगाने की मांग की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पत्र में कहा गया है कि यूनियन के प्रांतीय और मंडलीय पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न शहरों टनकपुर, हल्द्वानी, नैनीताल, रुद्रपुर, रामनगर, कोटद्वार, ऋषिकेश, हरिद्वार एवं देहरादून से दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेशों के विभिन्न शहरों के लिए लगभग 500 अवैध बसों का प्रतिदिन संचालन किया जा रहा है। इससे उत्तराखंड सरकार को राजस्व की हानि पहंचाई जा रही है। साथ ही उत्तराखंड परिवहन निगम की आय प्रभावित हो रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये की गई है मांग
1. अवैध बस संचालकों की ओर से कांट्रेक्ट कैरिज परमिट लेकर स्टेज कैरिज परमिट केअनुसार बसें चलाई जा रही हैं। तथा परमिट की शर्तों के विपरीत ऑनलाईन बकिंग करके तथा विभिन्न बस स्टेशनों के साथ ही आईएसबीटी देहरादून से फूटकर यात्रियों को पकड़कर बस में बैठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रेक्ट कैरिज की बसों का यात्रीकर स्टेज कैरिज परमिट धारक बसों का यात्री कर तुलनात्मक रूप से कम है। कॉन्ट्रेक्ट कैरिज के परमिट धारक फुटकर यात्री ऑनलाईन अथवा किसी भी प्रकार से बुकिंग कराकर बस में यात्रा कराने के लिए अधिकृत नहीं हैं। ऐसे में परिवहन विभाग एवं पुलिस विभाग की मिलीभगत के बिना ऐसा होना संभव नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2.अवैध बस संचालकों की ओर से मानकों के विपरीत बसों में स्लीपर तथा अधिक सीटें लगाई गई हैं। बसों की लम्बाई तथा ऊंचाई भी मानकों के विपरीत बढ़ाई गई है। इससे बार-बार दुर्घटनायें हो रही हैं। उत्तर प्रदेश में अवैध बसों की कई बड़ी दुर्घटना हुई हैं। इसमें सैकड़ों लोगों की जनहानि हो चूकी है। 20 जुलाई 2024 को इसी प्रकार अवैध बस से देहरादून में दुर्घटना घटित हुई। इसमें पुलिस विभाग की एक सहायकउपनिरीक्षक की मृत्यु हो गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
3. आईएसबीटी देहरादून से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर ट्रांसपोर्ट नगर एवं हरिद्वार बाईपास स्थित राधास्वामी सत्संग भवन के सामने दो अवैध बस अड्डों का संचालन किया जारहा है, जो कि किसी भी प्राधिकरण से स्वीकृत नहीं हैं और अवैध हैं। अवैध बस संचालकों की ओर से बस अड्डे के आसपास बस लगाकर लगातार ट्रैफिक में व्यावधान पहुंचाया जा रहा है। इसी प्रकार आईएसबीटी के आसपास से अवैध ट्रैकरों का संचालन किया जा रहा है। ट्रैकर की लम्बाई तथा ऊंचाई बढ़ाकर तथा टैकरों में कैरियर लगाकर ओवरलोड अवैध ट्रैकरों का संचालन किया जा रहा है। इससे राजस्व की हानि हो रही है तथा कभी भी बड़ी दुर्घटना होना संभव है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
4. आईएसबीटी देहरादन के बगल में गिल्टिज मॉल की पार्किंग में अवैध बस चार्जिंग स्टेशन स्थापित करके अवैध बसों को 24 घंटे चार्ज किया जा रहा है। इससे दुर्घटना का भय बना रहता है। ये हाई वोल्टेज बस चार्जिंग स्टेशन के मानकों के विपरीत है। पत्र के माध्यम से सीएम से अवैध बसों का संचालन रुकवाने तथा अवैध चार्जिंग स्टेशन बन्द कराने की मांग की गई।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।