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November 7, 2024

देश में खतरे की घंटी बजा रहा है मंकीपॉक्स, दिल्ली में मिला संक्रमण का चौथा केस

देश में मंकीपॉक्‍स का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही खतरे की घंटी भी बजती जा रही है। दिल्‍ली में मंकीपॉक्‍स वायरस के संक्रमण का चौथा मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने जानकारी दी कि 31 वर्ष की नाइजीरियाई महिला को इस बीमारी से संक्रमित पाया गया है। इस ताजा मामले के साथ ही देश में मंकीपॉक्‍स संक्रमण के मामलों की संख्‍या नौ तक पहुंच गई है। देश में मंकीपॉक्‍स वायरस से संक्रमित पाई गई यह पहली महिला है। इस महिला को बुखार और शरीर में चकते हैं। उसे लोकनायक जयप्रकाश अस्‍पताल ( LNJP) भर्ती कराया गया है। इसका सैंपल टेस्‍ट के लिए भेजा गया था।परिणाम बुधवार को ‘पॉजिटिव’ आया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, दिल्‍ली में मंकीपॉक्‍स के पहले मरीज को सोमवार को LNJP अस्‍पताल से डिस्‍चॉर्ज किया गया था। मंकीपॉक्स से निपटने के लिए दिल्ली में छह अस्पतालों में 70 आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से 20 कक्ष मंकीपॉक्स के रोगियों और संदिग्ध रोगियों के इलाज के लिए नोडल केंद्र लोकनायक जय प्रकाश (LNNJP) अस्पताल में बनाए गए हैं।अन्य पांच अस्पतालों में 10-10 कक्ष स्थापित किए गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इन पांच अस्पतालों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित जीटीबी अस्पताल तथा डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल और तीन निजी अस्पताल- कैलाश दीपक अस्पताल, एमडी सिटी अस्पताल और बत्रा अस्पताल, तुगलकाबाद शामिल हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कार्यालय ने कहा कि दिल्ली वासियों का स्वास्थ्य केजरीवाल सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। बयान में सिसोदिया के हवाले से कहा गया है कि दिल्ली सरकार मंकीपॉक्स के संक्रमण से संबंधित पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है और इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। मौजूदा हालात को देखते हुए तीन सरकारी और तीन निजी अस्पतालों में आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) की मुख्‍य वैज्ञानिक सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने मंकीपॉक्‍स के प्रकोप को आंखें खोलने वाला करार दिया है। उन्‍होंने बताया कि 1979-80 से स्‍मालपॉक्‍स वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम को रोक दिया गया है। मंकीपॉक्‍स का प्रकोप हमारे लिए “नींद से जगाने वाला” रहा है। क्‍योंकि हमें हर समय घातक प्रकोप से बचाव के लिए खुद को तैयार रखने की जरूरत है।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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