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July 1, 2025

देहरादून में मलिन बस्तियों को बचाने के लिए महानगर कांग्रेस का संघर्ष जारी, निकाली पदयात्रा

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी के ऊपर एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है। इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल ने भी मुहर लगा दी है। ऐसे में इन दोनों नदियों के किनारे मलिन बस्तियों पर बने मकानों में बुलडोजर चलने की संभावना है। कई लोगों के घरों में लाल निशान लगा दिए गए हैं। इसका विरोध विपक्षी दलों, वामपंथी दलों के साथ ही सामाजिक संगठनों की ओर से किया जा रहा है। साथ ही कई माह से मलिन बस्तियों में बसे लोगों के घरों को उजाड़ने के विरोध में प्रदर्शन भी हो रहे हैं। आंदोलन करने वाले लोगों का कहना है कि पहले बस्तियों में रहने वालों के पुनर्वास की व्यस्था हो। तब जाकर सरकार कोई कार्रवाई करे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आंदोलन की कड़ी में देहरादून महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में मलिन बस्तियों को बचाने के लिए डालनवाला क्षेत्र से मलिन बस्ती न्याय यात्रा के नाम पर एक पदयात्रा का आयोजन किया गया। ये यात्रा डालनवाला क्षेत्र में चन्द्र रोड से शुरू होकर करनपुर बस्ती से होते हुए डीएल रोड, आर्य नगर रिस्पना पुल पर आकर समाप्त होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर डॉ जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही वो पार्टी है जो सभी वर्गों को का ख्याल रखती है। सबको साथ लेकर चलती है। चाहे वो व्यक्ति किसी भी जाति धर्म का हो। समुदाय का हो। या किसी भी तबके का हो। जब पूरा विपक्ष पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा के ख़िलाफ़ खड़ा था, तब उन्होंने देश की जनता को संबोधित करते हुए ये कहा था कि वो इंदिरा को हटाने की बात कर रहे हैं। हम ग़रीबी हटाने की बात कर रहे हैं। तब आपको तय करना है कि आपको किस को चुनना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि कई मलिन बस्तियां ऐसी हैं, जो इंदिरा गांधी के नाम पर बसी हुई है। आज ये मलिन बस्तियां भाजपा के लिए बोझ हैं। पहले मलिन बस्तियों को भाजपा वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती रही। 2016 में कांग्रेस पार्टी ने इन मलिन बस्तियों को मालिकाना हक़ दिलाने का प्रयास किया था। दुर्भाग्यवश वर्ष 2017 में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी। तब से यह मुद्दा भाजपा ने ठंडे बस्ते में डालने का कार्य कर दिया। भाजपा की मंशा कभी भी सही नहीं थी। यही वजह रही हर बार अध्यादेश लाकर इन बस्तियों को ग्रेस पीरियड प्रदान किया गया। इसके बावजूद कभी भी समाधान नहीं निकाला गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कांग्रेस नेता डॉ. गोगी ने कहा कि इस बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार हज़ारों घरों को बेघर करने का प्रयास कर रही है। इसमें कांग्रेस पार्टी सफल नहीं होने देगी। मलिन बस्तियों की बात को हम आगे बढ़ाएंगे और मलिन बस्ती में रह रही हमारे भाई बहनों के साथ कोई भी अन्याय नहीं होने देंगे। कांग्रेस पार्टी सदा सदा प्रदेश के आख़िरी छोर पर खड़े व्यक्ति के साथ खड़ी रही है। आगे भी खड़ी रहेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि राइट टू शेल्टर को उच्चतम न्यायालय मौलिक अधिकार के दायरे में लेकर आया है। वहीं, भाजपा की सरकार इन बस्ती वालों से उनका मौलिक अधिकार छीन रही है। पदयात्रा में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष मदनलाल, डॉक्टर प्रदीप जोशी, सुनीता प्रकाश, सुनील जैसवाल, पार्षद रॉबिन त्यागी, अर्जुन, धर्मपाल, विपुल नौटियाल, ललित बद्री, आदर्श सूद, अशोक कुमार, विजेंद्र चौहान, जमाल, अशोक, नदीम, मोनिका राजौरी, नीतीश, संजय गौतम, गगन चाचर अन्य मौजूद रहे।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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