भूपेन्द्र डोंगरियाल की आवाज में सुनिए आईटीआई संस्थान गीत-कौशलम बलम् हमारा गीत है
संस्थान गीत
कौशलम बलम् हमारा गीत है
हो हाथ में हुनर सभी की जीत है,
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।।
ये है मशीनी युग इसी से कल बने।
कदम बढ़ाते आओ सब सबल बने।
मेहनत से आगे बढ़ इसी में जीत है,
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।।
होता हुनर का कायाकल्प सब सुनें,
कौशल विकास का विकल्प सब चुनें।
खुद का हुनर ही मुश्किलों में मीत है,
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।।
उद्योग में,तकनीक में, संचार में,
अपने हुनर की माँग है संसार में।
अब कर्म को कौशल से हुयी प्रीत है,
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।।
हो हाथ में हुनर सभी की जीत है,
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।
ये कौशलम् बलम् हमारा गीत है।।
ऑडियो में सुनिए गीत
गीत के बारे में
यह गीत भूपेंद्र की ओर से भारतवर्ष को कुशल भारत बनाने में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की महत्ता को दर्शाने के लिए पिछले वर्ष एक अप्रैल 2022 को लिखा गया है। इसे राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान देहरादून के प्रधानाचार्य ने स्वीकृत करते हुए संस्थान गीत के रूप में अंगीकृत किया। इसे एक अप्रैल 2022 से लगातार संस्थान गीत के रूप में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (युवक) देहरादून के प्रशिक्षाथियों की ओर से हर रोज प्रार्थना सभा में गाया जा रहा है।
रचनाकार का परिचय
नाम- भूपेन्द्र डोंगरियाल
जन्म स्थान- ग्राम- बल्यूली, जनपद-अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड।
वर्तमान पता- आईटीआई कैम्पस, निरंजनपुर, देहरादून।
भूपेन्द्र डोंगरियाल उत्तराखण्ड राज्य सरकार के सेवायोजन एवं प्रशिक्षण अनुभाग में अनुदेशक के पद पर कार्यरत हैं। वर्जिन साहित्यपीठ के सौजन्य से अभी तक उनकी पाँच ई बुक्स प्रकाशित हो चुकी हैं।
मोबाइल नम्बर-
8755078998
8218370117

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।