Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 10, 2025

कपिल सिब्बल ने किया खुलासा, छोड़ चुके हैं कांग्रेस, सपा के समर्थन से राज्यसभा के लिए निर्दलीय भरा पर्चा

पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आज खुलासा किया कि उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा 16 मई को दिया गया था। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय के तौर पर राज्यसभा के प्रत्याशी को रूप में अपना नामांकन पर्चा भरा।

पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आज खुलासा किया कि उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा 16 मई को दिया गया था। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय के तौर पर राज्यसभा के प्रत्याशी को रूप में अपना नामांकन पर्चा भरा। कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा कि संसद में एक स्वतंत्र आवाज होना जरूरी है। अगर एक स्वतंत्र आवाज बोलती है तो लोगों को पता चलेगा कि ये किसी राजनीतिक दल से नहीं है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजने में आजम खान का बहुत बड़ा रोल है। सिब्बल ने आजम का केस सुप्रीम कोर्ट में लड़ा था। आजम को बेल दिलाने में कपिल सिब्बल का अहम योगदान है। सपा के पास अब भी दो और राज्यसभा सीटें बची हैं, जिन पर संशय बरकरार है। डिंपल यादव और जावेद अली खान का नाम इन सीटों के लिए सबसे आगे हैं। अखिलेश यादल कपिल सिब्बल को लेकर विधानसभा भी पहुंचे।
गौरतलब है कि सिब्बल कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक और 23 असंतुष्टों के समूह “जी -23” का हिस्सा थे। उन्होंने पार्टी के नेतृत्व और संगठन को पूरी तरह से बदलने का आह्वान किया था। वे हाल के हफ्तों में गांधी के नेतृत्व की आलोचना को लेकर भी मुखर थे। उन्होंने कुछ समय पहले अंग्रेजी दैनिक ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए इंटरव्‍यू में कहा था कि गांधी परिवार को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से अलग होना चाहिए और किसी अन्य को मौका देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि वह घर की कांग्रेस नहीं, बल्कि सबकी कांग्रेस चाहते हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कांग्रेस तो घर-घर की है, कुछ लोग इसे डिनर और बंगलों की कांग्रेस बना देना चाहते हैं। एक बार यूपी आकर देख लेते कि अगुवाई और लड़ाई कैसी होती है। मिट गए वो सब जो कांग्रेस के मिटने की बात करते रहे।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page