उत्तराखंड पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस का औरंगाबाद में संयुक्त ऑपरेशन, कॉल सेंटर की आड़ में जबरन वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने राष्ट्रीय स्तर के उन गिरोहों की पहचान करने पर जोर दिया है, जो संगठित साइबर अपराध में शामिल हैं। इसी क्रम में लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मन्दिर देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई। इसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस की ओर से लिया गया। इसमें प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के NCRP पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन शिकायतों की जाँच साईबर थाने की उप निरीक्षक रोशनी ने जांच की और साईबर थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया।विवेचना के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने अनुमानित 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने की कार्रवाई की। साथ ही फर्जी लोन के नाम पर SMS का प्रयोग कर लगभग 70 SMS HEADER को चिह्नित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में बन्द करवाने का प्रयास प्रारम्भ किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभियोग में एक अभियुक्त अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी एन-2/79 मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली हाल डी- 205 मोहन गार्डन नई दिल्ली को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया गया था की उसके द्वारा कुछ चीनी मूल के नागरिकों को वर्ष 2019-20 में औरंगाबाद ले गया था | इसी क्रम में विवेचना में यह बात सामने आई की वोडाफोन कंपनी के 77 नंबर की एक विशेष सीरीज से लोगो को लोन apps के सन्दर्भ में पैसे वसूलने का काम भी किया जा रहा है। गहनता से नंबरों को चेक करने पर साफ हुआ की एक साथ 32 सिम दिनांक 04/10/22 को एक ही कंपनी यश इंटरप्राइजेज द्वारा पोर्ट करके लिए एवं एक्टिवेट किये गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मौके पर साइबर थाना देहरादून की टीम औरंगाबाद पुलिस (महाराष्ट्र पुलिस) के साथ संयुक्त अभियान चलाया और इस कॉल सेंटर पैठण गेट औरंगाबाद में रेड डाली। मौके पर एक कॉल सेंटर संचालित था, जहाँ लगभग 150 लोग पब्लिक से फ़ोन पे जबरन वसूली कर रहे थे। इन कर्मचारियों द्वारा बताया गया की कंपनी का मालिक सय्यद जोहेब विभिन्न टीम लीडर्स के माध्यम से इनको काम देता था। इनको भारतपे और वोडाफोन के लाइसेंस प्राप्त हैं। इसकी आड़ में भारत के विभिन्न लोगो को कॉल करके पैसे वसूलने का काम भी दिया गया था। मौके से सय्यद जोहेब पहले से फरार था और उसके विरुद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी किया जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टीम द्वारा 10 टीम लीडर्स एवं कॉलर्स के विरुद्ध 41क सीआरपीसी का लीगल नोटिस तमील करवाया गया। मौके से 1500 सिम कार्ड्स जब्त एवं 02 सिम बॉक्स मशीन को जब्त किया गया। औरंगाबाद पुलिस द्वारा कॉल सेंटर के सभी 150 कर्मचारियों की डिटेल्स को एकत्रित करके नोटिस दी गयी। पूर्व मे इस प्रकार के लोन एप प्ले स्टोर पर मौजूद रहते थे किन्तु गूगल द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के उपरान्त साइबर अपराधियो द्वारा आम जनता को अपनी बातो मे फसाकर वाट्सअप/एसएमएस एवं अन्य माध्यमो से लोन एप का लिंक भेजकर डाउनलोड कराया जा रहा है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।