अंतरराष्ट्रीय महिला दिवसः विभिन्न सामाजिक योगदान में मातृशक्ति को किया सम्मानित, जानिए इन महिलाओं का योगदान
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अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में शैल शिखर सामाजिक संस्था की ओर से मनभावन पैलेस गुरु रोड देहरादून में मातृ शक्ति का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में शैल शिखर सामाजिक संस्था की ओर से मनभावन पैलेस गुरु रोड देहरादून में मातृ शक्ति का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में समाजिक कार्यो में योगदान देने वाली मातृ शक्ति को मुख्य अतिथि एवं महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने सम्मान पत्र, प्रतीक चिह्न, अंगवस्त्र, उपहार देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर ई रिक्शा चलाकर अपने बीमार पति व परिवार का पालन करने वाली दोनों पैरों से दिव्यांग कौशल्या, लालपुल के पास सब्जी बेच अपने परिवार का पालन कर रही बबली को सम्मानित किया गया। बबली ने कुछ वर्ष पहले पटेल नगर क्षेत्र में हुए एक हत्याकांड में अपनी जान पर खेल कर शासन प्रशासन का सहयोग कर अपराधियो को पकड़वाया था। दोनों को सामाजिक चेतना व साहस के लिए पुरस्कृत किया गया।
रुचि शर्मा, अमृता कौशल, लाजवंती देवी, कोमल वोहरा, सुमित्रा ध्यानी, देवकी बिष्ट, संगीता गुप्ता, संतोष सैनी, मीना रावत, कुमकुम पुंडीर, शीला धीमान, लक्ष्मी रजवार, रीटा रानी, देविका बिष्ट, अर्चना कपूर, प्रवेश त्यागी, मीना बिष्ट, सविता सोनकर, सुषमा अग्रवाल, हंसा अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल को सामाजिक कार्यो में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
प्रतिभा श्रीवास्तव को संगीत व समाज सेवा के लिए, श्यामा बक्शी को धर्म व समाज सेवा के लिए,
रचना शर्मा, अनिता शर्मा, पद्मा रतूडी नोटियाल, बीना नेगी, मनोरमा ध्यानी, अंजना रतूडी, सर्वेश चौहान को शिक्षा व समाज सेवा के लिए, डॉ सुनंदा कालरा को चिकित्सा व समाज सेवा के लिए,
पूजा राठौर, किरण भारद्वाज को सामाजिक कार्यो में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में लाल चन्द शर्मा ने कहा की महिला शक्ति का रूप है। पुरुष के जीवन को सार्थक व एक सभ्य समाज की स्थापना महिला ही करती है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आरम्भ तो 1908 के करीब हुआ। जब महिलाओ के अधिकार की बात उठी, परंतु भारत भूमि तो सृष्टि के आरम्भ से ही महिला का सम्मान व उसके अधिकारी के प्रति सजग है स्त्री को शक्ति के रूप में पूजता है। भगवान श्री कृष्ण ने महिला सम्मान के लिए ही महाभारत जैसा महायुद्ध पूर्ण करवाया।
आज भी देश दुनिया मे महिलाये नए इतिहास रच रही है। भारत की बेटी अवनी चतुर्वेदी ने मिग 21 जैसा फाईटर प्लेन उड़ाया,जिम्नास्टिक हो, कुश्ती हो, राजनीति हो या अन्य क्षेत्र महिलाएं बहुत अच्छा कार्य कर रही है।
प्रबन्धक अरुण कुमार शर्मा ने कहा कि समाज जब तक महिलाओ का सम्मान करेगा तब तक सभ्य समाज बना रहेगा। आज के समय मे कुछ नर पिशाच भी समाज मे हैं, जो छोटी छोटी कन्याओ तक से बलात्कार और हत्या कर देते है। उनसे भी समाज को दूषित होने से बचना है।
कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक रामनरेश शर्मा, प्रबंधक शील शर्मा, विद्या भारद्वाज, ऋतु अरोरा, वसुधा वशिष्ठ, रजत शर्मा, जयकुमार भारद्वाज, अशोक वर्मा, मदन मोहन, राजू सभरवाल, रमन सेठी, मुन्नालाल, चंद्रमोहन मेहता, अनिल आनंद, जगदीश धीमान, अनूप कपूर, धीरेंद्र सावन, मुकेश चौहान, मुकेश सोनकर, उमेश कौशिक आदि सम्मलित रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।