सबसे बड़ी डकैती पर शर्म की बजाय विपक्ष पर सवाल उठा रही बीजेपीः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के 23 वें स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य में कानून व्यवस्था तार तार साबित हुई। राजधानी देहरादून में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति पुलिस मुख्यालय से चंद कदम दूर दिन दहाड़े ज्वैलरी शो रूम पर डकैती पड़ी। ऐसे में ध्वस्त कानून व्यवस्था पर जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बजाय सत्ताधारी दल विपक्ष पर ही राजनीति करने का आरोप लगा रहा है। इससे ज्यादा दिमागी दिवालियापन और नहीं हो सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस में एआईसीसी सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा नेताओं की ओर से कांग्रेस पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाने पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि क्या यह बात सच नहीं है कि नौ नवंबर को राजधानी देहरादून के हृदयस्थल में डीजीपी कार्यालय के चंद कदम दूर ज्वैलरी शॉप में पड़ी डकैती राज्य की सबसे बड़ी डकैती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने भाजपा से प्रश्न किया कि क्या यह भी सत्य नहीं है कि जिस वक्त यह डकैती पड़ी, ठीक उसी वक्त देश की राष्ट्रपति केवल तीन किलोमीटर दूर राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में उपस्थित थी। क्या यह भी सच नहीं है कि उसी दिन देर शाम देश के गृह मंत्री राजधानी पधार रहे थे। ऐसी परिस्थितियों में जब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन राष्ट्रपति शहर में मौजूद हों, देश के गृह मंत्री का आगमन कुछ घंटो बाद प्रस्तावित हो, ऐसे में शहर में खुले आम दुसाहसिक आपराधिक घटना घटित हो जाय, तो क्या यह कानून व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों को विफलता नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि इस भयंकर चूक ने धाकड़ धामी के नाम से प्रचारित मुख्यमंत्री जो स्वयं राज्य के गृहमंत्री भी हैं, उनके नाम पर बट्टा लगाने का काम किया। इस भयंकर गलती के लिए सरकार को तत्काल जिम्मेदारी फिक्स कर कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके बजाय कार्रवाई करने के भाजपा पुलिस की प्रवक्ता बन कर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को चिरितार्थ करते हुए कांग्रेस पर कानून व्यवस्था के मामले में राजनीति करने का आरोप लगा रही है। जो पूरी तरह से दिमागी दिवालियापन है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।