स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार पांचवी बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित, राष्ट्रपति ने दिए पुरस्कार, उत्तराखंड में सुधार
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधीजी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं। कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है जहां अब घर के छोटे बच्चे भी बड़ों को गंदगी फैलाने से रोकते और टोकते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इंदौर को स्वच्छता का सम्मान मिलने पर खुशी जताई है और कू पर पोस्ट शेयर की है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए। राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की।
उत्तराखंड की रैंकिंग में सुधार
उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत उत्तराखंड के निकायों की रैकिंग में बड़ा सुधार हुआ है। यहां तक एक सौ से कम शहरों वाले राज्यों में उत्तराखंड चौथे पायदान पर पहुंचा है। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। निकायों के पर्यावरण मित्र इसके लिए लिए सबसे ज्यादा बधाई के पात्र हैं। हम सभी को देशभर में उत्तराखंड की रैकिंग में और सुधार के लिए ग्रीन व क्लीन बनाने का संकल्प लेना होगा।