महाशिवरात्रि पर होली विशेष भजन-गीतकार ललित मोहन गहतोड़ी
बम… बंबं भोले……
बम…. बंबं भोले बंबं भोले बम भोले
बम…. बंबं भोले बंबं भोले बम भोले।।टेक।।
हाथ त्रिशूल और डमरू विराजै।।2।।
गल बिषधर की माल रे भोले। बंबं भोले….
अंग विभूति सिर गंग विराजै।।2।।
संग लिए अरधंग रे भोले। बंबं भोले…..
कानन कुण्डल नागफनी के।।2।।
बाघंबर की छाल रे भोले। बंबं भोले…….
दस भुज मंडल पंच बदन शिव।।2।।
तीन नयन त्रिकाल रे भोले। बंबं भोले…..
डम डम डम डम डमरू बजावै।।2।।
गिरि हिमकर में वास रे भोले। बंबं भोले…
कवि का परिचय
नाम-ललित मोहन गहतोड़ी
शिक्षा :
हाईस्कूल, 1993
इंटरमीडिएट, 1996
स्नातक, 1999
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी, 2000
निवासी-जगदंबा कालोनी, चांदमारी लोहाघाट
जिला चंपावत, उत्तराखंड।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
जय भोले शंकर की