बजट चर्चा से नहीं भागी हिमाचल सरकार, 75 घंटे 79 मिनट चली विधानसभा की कार्यवाही, 16 बैठकों का रिकॉर्ड, उत्तराखंड सरकार भी लेती सीख
जहां उत्तराखंड में छह दिन चलने वाले बजट सत्र को चार दिन में निपटा दिया। वहीं, हिमाचल सरकार ने एक नजीर पेश की है। उत्तराखंड में विधानसभा सत्र सत्र 13 मार्च से लेकर 18 मार्च तक चलना था, लेकिन इसे 16 मार्च को ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब सत्र को जल्द निपटा दिया और पक्ष व विपक्ष के बीच सही तरीके से चर्चा नहीं हुई। उत्तराखंड में इससे पहले भी विधानसभा सत्र को इसी तरह निपटा दिया जाता रहा है। पिछले साल उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी सात दिन की बजाय मात्र दो दिन में निपटा दिया दया। इसके समाप्त होते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एमसीडी चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली का रुख कर दिया। ये सत्र 29 नवंबर 2022 से पांच दिसंबर तक देहरादून में प्रस्तावित था। इससे पहले ही 30 दिसंबर को ही सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसी तरह हम देखेंगे तो हर विधानसभा सत्र को इसी तरह पूरे दिन नहीं चलाया गया। वहीं, उत्तराखंड की तरह पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश ने एक नजीर पेश की है। सरकार चर्चा से नहीं भागी और पूरे दिन बजट सत्र चला। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब बात हिमाचल की बात
जहां एक तरफ देश की संसद में कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने रिकॉर्ड काम कर देशभर की अन्य विधानसभाओं के लिए उदाहरण स्थापित किया है। 6 अप्रैल को 16 दिन की बैठकों के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। इन 16 बैठकों में विधानसभा में 75 घंटे 59 मिनट तक कार्यवाही चली। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कार्य उत्पादकता 93.77 फीसदी रही। विधानसभा के 896 प्रश्नों का उत्तर दिया गया। इनमें 689 तारांकित और 257 अतारांकित प्रश्न शामिल थे। अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र अगस्त महीने में होगा। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बजट चर्चा में 52 सदस्यों ने लिया भाग
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि उन्होंने पक्ष-विपक्ष के सदस्यों को बोलने का मौका दिया। सरकार विपक्ष से सवालों से भागी नहीं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब विपक्ष के सदस्यों को सत्ता पक्ष के सदस्यों से अधिक बोलने का मौका दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 17 मार्च को हिमाचल प्रदेश का बजट पेश किया। इस बजट की चर्चा में सदन के कुल 52 सदस्यों ने भाग लिया। बजट पर 19 घंटे का 51 मिनट तक चर्चा हुई। विधानसभा सत्र के दौरान दो प्राइवेट मेंबर बिल आयोजित किए गए। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
1200 बच्चों ने भी देखी विधानसभा की कार्यवाही
हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस बार सदन में बड़ी संख्या में विधायक पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। ऐसे में उन्होंने नए सदस्यों को भी चर्चा में भाग लेने का मौका दिया। पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कार्यवाही के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि विधानसभा की कार्यवाही में हुई कुल 16 बैठकों में 1 हजार 200 बच्चों ने भी विधानसभा की कार्यवाही देखी। खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीखी नोकझोंक के साथ खुशनुमा भी रहा माहौल
हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह कांग्रेस सरकार का पहला बजट सत्र था। पहले ही बजट सत्र में विपक्ष के सदस्यों ने सरकार को घेरने की कोशिश की। विधायक निधि पर रोक, संस्थान डिनोटिफाई करने और महिलाओं को हर महीने 1 हजार 500 रुपए देने के मामले में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। सदन में चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने एक-दूसरे पर जमकर तंज भी किया। इस दौरान सदन में जमकर ठहाके भी लगे। इस तरह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान माहौल कभी गर्म तो कभी खुशनुमा बना रहा।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।