Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 23, 2025

हरीश रावत ने की सीएम त्रिवेंद्र के जल्द स्वस्थ होने की कामना, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की तरफ दिलाया सरकार का ध्यान

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही सरकार से आउटसोर्सिंग कर्मियों की समस्या का शीघ्र निस्तारण करने की मांग की।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही सरकार से आउटसोर्सिंग कर्मियों की समस्या का शीघ्र निस्तारण करने की मांग की। उन्होंने देर रात सोशल मीडिया में उन्होंने इस संबंध में दो पोस्ट डाली। इनमें सीएम के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। वहीं दूसरी पोस्ट में आउटसोर्सिंग कर्मियों के आंदोलन को सही ठहराया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोरोना से संक्रमित हैं। रविवार को ऐहतियातन उन्हें दून मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा कि-सार्वजनिक जीवन के व्यक्ति के ऊपर जिम्मेदारियों का इतना बोझ होता है। कभी-कभी अपनी बीमारी आदि की परवाह किये बिना भी उनको काम करना पड़ता है। मुख्यमंत्री जी कोरोना संक्रमित हैं। उसके बावजूद वो चाहे वर्चुअल तरीके से ही हों, विधानसभा की कार्यवाही के संचालन में उन्होंने सक्रिय रुप में भाग लिया है। मैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
वहीं, हरीश रावत ने पोस्ट डाली कि-उत्तराखंड पंचायती राज आउटसोर्सिंग कर्मचारी संगठन पिछले 3 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। मांग बहुत सीधी सी है कि हमारी सेवाओं को बहाल करो। राज्य सरकार कहती है कि केंद्र पोषित थी, केंद्र से पैसा नहीं मिल रहा है हमने बंद कर दिया है। मैं, राज्य सरकार से कहना चाहता हूं कि आप अपने पंचायती राज व्यवस्था के दूसरे स्रोतों से पैसा निकालकर इनके काम को यदि उपयोगी समझते हैं तो फिर इनकी सेवाओं को क्यों समाप्त कर रहे हैं? आप वहां से पैसे की पूर्ति करिये।
हरीश रावत ने कहा कि -और बड़े इन ह्यूमन कंडीशंस में इन लोगों को आमरण अनशन का फैसला लेना पड़ा है, जहां यह बैठे हैं वहां पर कोई बैठने की सुविधा नहीं है, न पानी है, न शौचालय आदि की व्यवस्था है। आखिर अपने अधिकार के लिये व्यक्ति आवाज उठाने बैठे तो कहां बैठे? सरकार को तत्काल ध्यान देना चाहिये। बजाय इनके आमरण अनशन को लंबा खिंचवाने के। इनकी मांग को मान लिया जाना चाहिये और इनको राज्य अपने स्रोतों से मानदेय दे और इनसे से काम ले।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page