किसान आंदोलन के समर्थन में हरीश रावत ने पोस्ट की कविता, रोजगार के मुद्दे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर बोला हमला
सोशल मीडिया में एक्टिव रहने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने किसान आंदोलन के समर्थन में एक कविता शेयर की। साथ ही वह उत्तराखंड में बेरोजगारी के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को कटघरे में खड़ा करने करने से भी नहीं चूके। हरीश रावत ने एक फोटो के साथ कविता पोस्ट की जो इस प्रकार है-
लंगर के पिज्जे तो तुम्हें दिख गये,
दिसम्बर की ठंड तुम्हें दिखी नहीं।
ढूंढने में लग गये तुम देशद्रोही,
इन किसानों में रिटायर फौजी तुम्हें दिखे नहीं।
इन्हीं के बेटे लड़ रहे हैं सरहद पर,
इनके किये उपकार तुम्हें दिखे नहीं।
तन-मन समर्पित है इनका इस मिट्टी को,
भला क्यूँ ये किसान भाई तुम्हें दिखे नहीं।
फ़ंडिंग किसने की ये तुम पूछते हो,
लॉक डाउन में किये दान तुम्हें दिखे नहीं।
भगत सिंह को भी टेररिस्ट कहा गया था कभी,
इन सरकारों के झूठे बयान तुम्हें दिखे नही।
मसाज करती कुछ मशीनें तो तुम्हें दिख गईं,
पैरों के जख्म तुम्हें दिखे नहीं।
लंगर के काजू-बादाम तो तुम्हें दिख गये,
इन बुजुर्ग किसानों के बलिदान तुम्हें दिखे नहीं।
आजाओ बचा लो पूँजीपत्तियो से देश को,
ऐसा ना हो कि फ़िर कभी किसान दिखे नहीं।
किसान एकता जिंदाबाद
बंशीधर भगत पर किया हमला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पंजाब प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने उत्तराखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत का उत्तराखंड में रोजगार के संबंध में गिनाई गई उपलब्धियों पर पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि- माननीय भाजपा अध्यक्ष, सरकारी नौकरियों को लेकर बड़ी ऊंची हांक रहे हैं। मैं उनको नौकरियों के मामले में आईना दिखाना चाहता हूं कि भाजपा कहां पर खड़ी है!
उन्होंने आगे लिखा कि स्व. नारायण दत्त तिवारी जी के कार्यकाल में 17000 लोग स्थाई और अस्थाई नौकरियों में रखे। मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी जी व निशंक जी के कार्यकाल में कुल मिलाकर 9000 के करीब लोगों को स्थाई या अस्थाई नौकरियां मिली। विजय बहुगुणा जी के कार्यकाल में विधानसभा में कुछ पद निकले और लोगों को नौकरियां मिली। हरीश रावत के कार्यकाल में 32000 युवाओं को सरकारी, अर्द्ध सरकारी संस्थाओं में नौकरियां मिली। इनमें स्थाई, अस्थाई व संविदा धारक सम्मिलित हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि- यदि इस कार्यकाल में नियुक्त हुये शिक्षा प्रेरक, महिला समाख्या व मानदेय आधारित नियुक्ति वाली दाइमाओं को भी सम्मिलित कर लिया जाय तो यह संख्या 40000 को पार कर जायेगी। अब जरा गौर करने की बात है कि त्रिवेंद्र सिंह जी के कार्यकाल में कुल जमा 3100 पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है, जिनमें से अधिकांश प्रारंभिक चरण में हैं। और कुछ पदों पर परीक्षा हुई है, जिनके अभी परिणाम आने अपेक्षित हैं। यदि भाजपा के माननीय अध्यक्ष हौसला रखेंगे तो मैं अपने कार्यकाल के 40000 के विभागवार ब्योरे को भी सार्वजनिक करने को तैयार हूं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।