गुरू पूर्णिमा: टपकेश्वर महादेव मंदिर में किया गया विशेष पूजन, इन स्थानों पर डॉ. स्वामी राम को दी श्रद्धांजलि

आज गुरू पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर देहरादून के टपकेश्वर महादेव मन्दिर में विशेष पूजन का आयोयजन किया गया। महन्त कृष्णगिरि एवं दिगम्बर भरत गिरि महराज के सानिध्य में ब्रह्रालीन महन्त श्री 108 मायागिरि की सिद्ध समाधि पर गुरू पूर्णिमा पूजन का आयोजन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूजन कार्य में उपस्थित ब्राहमण समाज के प्रतिनिधि एवं मन्दिर समिति के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, सचिव महेश खण्डेलवाल, दिनेश कुमार शर्मा, लालचन्द शर्मा, टीटू चैरसिया एवं टपकेश्वर महादेव मन्दिर सेवादल के सहयोगियों द्वारा विधि विधान से सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर महन्त कृणगिरि एवं महन्त दिगम्बर भरत गिरि ने समाज के उत्थान एवं प्रगति की कामना करते हुए आशीर्वचन किये। इस अवसर पर बडी संख्या में भक्तगण भी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सोमवार को गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित गुरू पूजन समारोह में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना व डॉ. रेनू धस्माना ने पुष्पांजलि भेंट कर डॉ.स्वामी राम को श्रंद्धाजलि अर्पित की। कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि स्वामी जी ने अपना संपूर्ण जीवन गुरू व जनसेवा को समर्पित किया था। स्वामी जी व उनके शिष्य के संबंधों का आधार था उनका ज्ञान, मौलिकता और नैतिक बल। साथ ही उनका शिष्यों के प्रति स्नेह भाव व ज्ञान बांटने का निःस्वार्थ भाव। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि अज्ञानता को नष्ट करने वाला जो ब्रह्म रूप प्रकाश है, वह गुरू है। भारतीय संस्कृति में गुरू को अत्याधिक सम्मानित स्थान प्राप्त है। भारतीय इतिहास में गुरू की भूमिका समाज को सुधार की ओर ले जाने वाले मार्गदर्शक के रूप में रही है। गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊपर माना गया है। गुरू-शिष्य परंपरा का निर्व्हन करते हुए एसआरएचयू की ओर से हर साल प्रदेश के सैकड़ों निर्धन व मेधावी छात्र-छात्राओं को करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप दी जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी कड़ी में आश्रम में यज्ञ का पूर्णाहूति के साथ समापन किया गया। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान स्वामी राम साधक के ग्राम प्रमुख स्वामी ऋतवान भारती जी, डॉ. विजेंद्र चौहान, कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल, डॉ. प्रकाश केशवया सहित आश्रम से जुड़े से ट्रस्टी, कर्मचारी व स्वामी जी के शिष्य व अनुयायी मौजूद रहे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।