Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 27, 2024

ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय ने मनाया स्थापना दिवस का जश्न, शुरुआती कर्मियों के संग काटा केक, डॉ. घनशाला ने सुनाए गीत

देहरादून में ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में 31वा स्थापना दिवस का जश्न मनाया गया। ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशनस के चेयरमैन प्रो. कमल घनशाला ने अपने मधुर गीतों से इस कार्यक्रम को यादगार बनाया। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के केपी नौटियाल आडिटोरियम में आयोजित स्थापना दिवस समारोह का आगाज चेयरमैन प्रो. कमल घनशाला ने ग्राफिक एरा के साथ शुरूआत से जुड़े कर्मचारियों के साथ विशाल केक काटकर किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गीतों से बांधा समां
उन्होंने-एक प्यार का नगमा है मौजों की रवानी है, गीत गाकर खूब वाहवाही लूटी और एक के बाद एक कई गीत सुनाए। ग्राफिक एरा के फैकल्टी मेंबर्स को समर्पित उनके गीत-ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना, ने भी खूब तालियां बटोरी। इस मौके पर ग्राफिक एरा के शुरूआती दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनका अभी तक का सफर काफी रोमांचक रहा है और आगे वाले दिन ग्राफिक एरा के लिए चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। क्योंकि अब लोगों की उनसे उम्मीदें बढ़ गई हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

पुराने शिक्षक और कर्मचारियों को किया सम्मानित
उन्होंने कहा कि उनका हमेशा से यही लक्ष्य रहा है कि वह अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाएं। उन्होंने बताया कि जल्द ही ग्राफिक एरा स्कूल खोलने जा रहा है, जिसमें स्विमिंग पूल समेत कई सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकेगा। समारोह में 10 से 29 वर्षों तक से ग्राफिक एरा से जुड़े शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। समारोह में पुराने किस्से कहानियां भी साझा किए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशनस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति, डॉ नरपिंदर सिंह और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति, प्रो. संजय जसोला भी मौजूद रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page