आपदा पीड़ितों को ग्राफिक एरा ने दूसरे दिन भी भेजा राशन

उत्तराखंड के अग्रणीय शिक्षण संस्थान ग्राफिक एरा ने उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल के आपदा पीड़ितों की मदद के लिए आज खाद्यान्न की दूसरी खेप भेजी। ग्राफिक एरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने आज भी मातली हवाई पट्टी और चिन्यालीसौड में आपदा पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए कैम्प चलाया। इससे पहले कल ग्राफिक एरा के राशन के पैकेट जिला प्रशासन ने हैलीकॉप्टर की मदद से प्रभावित परिवारों तक पहुंचा दिये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने आज दोपहर हरी झंडी दिखाकर खाद्यान्न से लदी गाड़ियों को उत्तरकाशी रवाना किया। डॉ घनशाला ने कहा कि राज्य सरकार और उत्तरकाशी के जिला प्रशासन की संवेदनशीलता व द्रुतता के कारण राहत तथा बचाव कार्य एक मिसाल बन गये हैं। ग्राफिक एरा की आपदा राहत टीम से प्राप्त खाद्यान्न प्रशासन ने कुछ ही देर में हैलीकॉप्टरों के जरिये प्रभावित लोगों को भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि ग्राफिक एरा आपदा पीड़ित परिवारों की मदद के लिए जो भी संभव होगा वह करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने आज आपदा प्रभावित धराली और हर्षिल से हेलीकॉप्टरों की मदद से मातली स्थित आईटीबीपी के मैदान लाये गये अनेक लोगों का उपचार किया। इनमें चोट, दर्द और एलर्जी से पीड़ित लोग शामिल थे। डॉ अंकिता तोमर के नेतृत्व वाली इस टीम में अभिषेक यादव, निर्मला शाही, अंग्रेज सिंह, पवन आदि शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा अस्पताल के डॉक्टरों की दूसरी टीम को जिला प्रशासन ने चिन्यालीसौड हवाई पट्टी पहुंचने वाले आपदा पीड़ितों की मदद करने का आग्रह किया था। डॉ अशोक के नेतृत्व में इस टीम ने कई प्रभावितों का परीक्षण करके उन्हें दवायें दीं। इस टीम में विनीता यादव, लवीश, शिव कुमार शामिल हैं। श्री संदीप वशिष्ठ मेडिकल टीमों का कॉर्डिनेशन कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गौरतलब है कि उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली में पांच अगस्त को बादल फटने से भारी तबाही मची। पहली सूचना के मुताबिक, चार लोगों की मौत और बड़ी संख्या में लोगों के लापता होने की खबर आई। बाद में एक शव और बरामद किया गया है। वहीं, कई लोगों के मलबे में दबे होने या फिर जल बहाव में बहने की भी आशंका है। हालांकि, लापता लोगों का आंकड़ा अभी तक सरकार ने जारी नहीं किया है। वहीं, मौके पर सुरक्षा बलों ने रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया है। इसके अलावा उत्तरकाशी जिले में अन्य दो स्थानों पर भी उसी दिन बादल फटने से तबाही मची थी।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।