ग्राफिक एरा की एक और बड़ी छलांग, क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 138वीं रैंक
देहरादून स्थित ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर उत्तराखंड का गौरव एशिया में बढ़ाने वाली उपलब्धि हासिल की है। दक्षिण एशिया की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में ग्राफिक एरा 138 वीं रैंक पर पहुंच गया है। देश भर के टॉप विश्वविद्यालयों की केंद्र सरकार की सूची में 48 वीं रैंक पाने के बाद यह ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी की एक बड़ी छलांग है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हाल ही में केंद्र सरकार की एनआईआरएफ रैंकिंग में ग्राफिक एरा ने 48 वीं रैंक पाकर लगातार छह वर्षों से देश के सौ शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में अपना मुकाम और बड़ा बना लिया था। अब क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में ग्राफिक एरा ने दक्षिण एशिया में 138 वीं रैंक प्राप्त करने के साथ ही समग्र एशिया में 523 वीं रैंक प्राप्त की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को टाइम्स हायर एजुकेशनल वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिग में पूरी दुनिया में 601-800 रैंक ग्रुप में रखा गया है। विश्व स्तर पर ग्राफिक एरा की पहचान लगातार और बेहतर होने से छात्र छात्राएं और शिक्षक बहुत उत्साहित हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने ग्राफिक एरा की इस कामयाबी का श्रेय दुनिया की सबसे नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी प्रयोगशालाओं, फैकल्टी और छात्र छात्राओं को देते हुए कहा कि दुनिया में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से आने वाले बदलावों के साथ कदमताल करते हुए आगे बढ़ना न सिर्फ यूनिवर्सिटी की शिक्षा को अधिक उपयोगी बनाता है, बल्कि हमारे छात्र-छात्राओं को कारपोरेट जगत की आवश्यकताओं से भी जोड़ देता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि ग्राफिक एरा से देश की बड़ी कम्पनियों में प्लेसमेंट लगातार बढ़े हैं। अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, एडोबी, अटलासियन, डीई शॉ, वीजा, पेपाल, मिंत्रा, जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैश, वोल्टास दुबई, इन्फोसिस, फ्लिपकार्ट, जसपे, वाइजन टेक्नोलॉजी, नेशनल आस्ट्रेलिया बैंक, इन्फोएज, एचएसबीसी, जे एस डब्लू, अदानी विलमार, टीसीएस, यामाहा, ड्यूलाइट, जूमैटो, कैब जेमिनाई समेत 175 से अधिक कम्पनियों में ग्राफिक एरा के छात्र छात्राओं के प्लेसमेंट होना इसी का सुफल हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यदि आप अपनी पसंद की खबर शेयर करोगे तो ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी। बस इतना ख्याल रखिए।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




