किसान आंदोलन से घबरा गई दिल्ली की सरकार, भाजपा कर रही किसान का अपमान
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बंशीधर भगत के किसान आंदोलन को कांग्रेस प्रायोजित बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए बीजीपी को किसान विरोधी करार दिया। कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बीजेपी प्रदेश प्रभारी के कांग्रेस पर लगाये गए आरोपों पर पलटवार करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि मोदी सरकार का असली किसान विरोधी चेहरा अब बेनकाब हो गया है। देश का किसान मोदी सरकार की नीतियों को भली भांति समझ गया है। इसलिए आज जब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत देश भर में किसान मोदी सरकार के बनाये गए काले कानूनों का विरोध कर रहे हैं, तो पूरी मोदी सरकार व बीजीपी बौखला गयी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सीआईए एनआरसी के खिलाफ चले आंदोलन की तरह अब किसान आंदोलन को भी अपने दुष्प्रचार से बदनाम करने का अभियान शुरू कर दिया है। धस्माना ने कहा कि बीजीपी नेता अनर्गल आरोप लगा कर किसानों को आतंकवादी व देशद्रोही तक कह रहे हैं। जो शर्मनाक है। उन्होंने प्रदेश बीजीपी प्रभारी व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने के आरोप पर कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह नहीं कर रही, बल्कि उनकी मांगों का समर्थन कर रही है।
कला एवं सांस्कृतिक क्षेत्र की विभूतियां की गईं सम्मानित
सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधियों में अग्रणीय संस्था कलाश्रय द्वारा आयोजित तृतीय सरस्वती साधना सम्मान कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने दीप प्रज्वलित कर किया। शुभारंभ करने के पश्चात उन्होंने कला व संस्कृति के क्षेत्र की विभिन्न विभूतियों को अंगवस्त्र व सम्मान पत्र तृतीय सरस्वती साधना सम्मान 2020 भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में पद्म भूषण विश्व मोहन भट्ट, अनुराधा पाल, पद्मश्री उमकांतरमाकांत गुंडेचा, प्रसिद्द उत्तराखंडी लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, एस के झा, रामचंद्र भावसार, डा लालिमा वर्मा, कांता प्रसाद मिश्र, नंद किशोर हटवाल, पद्मश्री लीलाधर जगूडी, डा शशि झा, उर्दू शायरी में नदीम बर्नी, अभिनव गोयल प्रमुख थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे धस्माना ने आयोजन के लिए कलाश्रय एवम मूलाधार संस्थाओं को बधाई देते हुए कहा कि कला एवं संस्कृति लोगों को जोड़ती है। क्योंकि कलाकार की पहचान उसके जाति व धर्म से नहीं होती, बल्कि उसकी पहचान उसकी कला से होती है। इस अवसर पर देश के प्रसिद्द बांसुरी वादक सौभाग्य गंधर्व ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन के बाद आराधना शर्मा अंकित सजवाण व मोहित नेगी ने शिव स्तुति से संगीत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन कलाश्रय के संस्थास्पक हिमांशु दरमोडा ने किया। इस अवसर पर कांग्रेस नेता महेश जोशी, ताज होटल ऋषिकेश के महा प्रबंधक पीके शर्मा, लेखक श्री रमेश सप्रू, विजय थपलियाल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।