Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 19, 2024

देहरादून के शायर दर्द गढ़वाली की गजल, किस कदर मैला हुआ है

किस कदर मैला हुआ है।
ये बदन पहना हुआ है।।

गूंजती इसमें अजानें।
दिल मेरा मक्का हुआ है।।

क्या कहें किससे कहें हम।
घाव इक गहरा हुआ है।।

चांद है उतरा गली में।
आपका चर्चा हुआ है।।

अय खुदा हमको बचा ले।
नाखुदा भटका हुआ है।।

कर रहा हक बात यारों।
आदमी बहका हुआ है।।

चारसू होता है मातम।
क्या कहर बरपा हुआ है।।

हर कली सहमी हुई है।
फूल इक मसला हुआ है।।

आइना तो आइना है।
झूठ बस चहरा हुआ है।।

हो गए सब लफ्ज जूठे।
लफ्ज हर बरता हुआ है।।

आ सुनाएं शेर तुझको।
शेर इक अच्छा हुआ है।।

दर्द गढ़वाली का परिचय
नामः लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
उपनामः दर्द गढ़वाली
जन्म तिथिः 23 अक्टूबर 1965
जन्म स्थानः उत्तरकाशी
मूल निवासीः भटवाड़ा, टिहरी गढ़वाल
वर्तमान पताः बडोनी भवन
देवपुरम कालोनी, लोअर तुनवाला
देहरादून, उत्तराखंड।
मोबाइलः 09455485094

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

1 thought on “देहरादून के शायर दर्द गढ़वाली की गजल, किस कदर मैला हुआ है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page