सोशल मीडिया में भ्रामक सूचना फैलाने वालों की खैर नहीं, उत्तराखंड में सोशल मीडिया इंटरवेशन सेल का गठन
अब सोशल मीडिया में भ्रामक सूचना फैलाने वालों की खैर नहीं है। इससे निपटने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिाय इंटरवेशन सेल का गठन किया गया है। इसके तहत अब ऐसी खबरों को फैलाने वालों की पहचान करने के बाद उनकी काउंसलिंग भी की जाएगी। पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया के इस्तेमाल का चलन बढ़ रहा है। बड़े पैमाने पर निहित स्वार्थ रखने वाले लोग सोशल मीडिया के पदचिह्नों के साथ कानून-व्यवस्था की समस्या को पैदा करते है। अथवा कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने का भी प्रयास करते है। ऐसे लोग सुनियोजित रणनीति से अफवाहें, झूठी खबरें फैलाकर समाज के विभिन्न वर्गों, समुदायों के बीच वैमनस्यता पैदा करने की कोशिश करते हैं। अतः ऐसे व्यक्तियों के सम्बन्ध में सही जानकारी कर उनका मुकाबला करना अत्यन्त आवश्यक एवं सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत उत्तराखंड पुलिस की ओर से साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल का गठन किया जा रहा है। इसका कार्य अफवाहों को दूर करने तथा पॉजिटिव काउंटर शुरू करने के साथ ऐसे लोगों की काउंसलिंग करना होगा जो अफवाहें फैलाते हैं। अथवा झूठी खबरें वायरल करते है। सेल की ओर से कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने एवं सार्वजनिक शांति भंग करने वाले किसी भी सोशल मीडिया सामग्री को तुरंत हटाने के प्रयास के साथ आपराधिक मामले दर्ज करना भी होगा।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड पुलिस जनता की सुरक्षा और शांति के लिए समर्पित है। सोशल मीडिया इंटेवेंशन सेल साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के भीतर एक विशेष इकाई होगी जो आधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस होगी ताकि शरारती तत्वों की पहचान की जा सके और कानूनी कार्यवाही शुरू की जा सके। यह सामुदायिक पुलिसिंग का एक विकसित संस्करण होगा जहां डिजिटल/साइबर स्वयंसेवक भी सेल को शांति बनाए रखने में मदद करेंगे। सोशल मीडिया इंटेवेंशन सेल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार निगरानी रखेगा और तथ्यों की प्रामाणिकता को सत्यापित करने में भी मदद करेगा।
सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल, नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (CFCFRMS) के साथ समरूपता में कार्य करेगा। CFCFRMS के तहत साइबर हेल्पलाइन नंबर -155260 साइबर वित्तीय शिकायतों को दूर करने में लोगों की मदद कर रहा है। दोनों प्रकोष्ठ वित्तीय और गैर-वित्तीय साइबर अपराधों के खिलाफ अपनी लड़ाई में उत्तराखंड पुलिस के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे।