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January 17, 2025

टीचर ऑफ़ द ईयर अवार्ड के साथ सपन्न हुआ पांचवां देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी फेस्टिवल

वीर माधव सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव का समापन टीचर ऑफ द ईयर अवॉर्ड समारोह के साथ संपन्न हुआ। समापन अवसर पर राज्य के पुलिस प्रमुख अभिनव कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को राष्ट्र को समर्पित करते हुए संकल्प लिया था कि वह भारतीय समाज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाला समाज बनाएंगे। इसके लिए उन्होंने जोर दिया कि स्कूली जीवन से ही छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित किया जाना चाहिए। इस दिशा में देहरादून अंतरराष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महोत्सव एक मील का पत्थर साबित हुआ, ऐसा यहां आकर मुझे पूर्ण विश्वास हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 सालों में यदि आज हम दुनिया में विकसित देशों के साथ प्रतिस्पर्द्धा में आगे हैं तो उसका आधार प्रौद्योगिकी है। आज हम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्र में सिरमौर है। हमें इस विकास को आगे की ओर ले जाना हैं। इसके लिए हमें नवाचार और शोध के साथ ही स्किल आधारित शिक्षा पर विशेष जोर देना होगा। इसके लिए जरूरी है कि हमारा छात्र स्कूली जीवन से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समृद्ध हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि देहरादून न केवल स्कूली शिक्षा के लिए पूरे देश में विख्यात है बल्कि यह विज्ञान नगरी के रूप् में भी जाना जाता है। यहां 35 से अधिक राष्ट्रीय महत्व के वैज्ञानिक संस्थान हैं। अब देहरादून उच्च शिक्षा का भी केंद्र बन गया है। देश-विदेश से छात्र अध्ययन करने के लिए यहां आते है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि राज्य के प्रमुख शिक्षाविदों के संरक्षण में इस वर्ष के पुरस्कृत टीचर ऑफ द ईयर, प्रिंसिपल ऑफ द ईयर, एक्सीलेंस इन रिसर्च ऑफ द ईयर तथा वाइस चांसलर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित सभी शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं। जिस तरह से उन्होंने इस पुरस्कार को प्राप्त करके अपने में एक ऊर्जा का संचार किया है, वैसा ही ऊर्जा का संचार वह अपने छात्रों में भी करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चार दिवसीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के इस महोत्सव में साइंस पोस्टर, स्पेस साइंस क्विज, मैजिक ऑफ मैथ, एयरो मॉडलिंग, रोबोटिक्स, सर्किट बोर्ड डिजाइनिंग, मॉडल राकेटरी, ड्रोन वर्कशॉप, यंग साइंटिस्ट एंड र्स्टाटअप, ग्रीन एनर्जी कॉन्क्लेव, मेडिकल टेक्नॉलोजी कॉन्क्लेव, बायोटेक्नॉलोजी कॉन्क्लेव, साइबर सिक्योरिटी सहित 35 इवेंट्स का आयोजन किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

इसके अतिरिक्त एक विशाल विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जहां केंद्र और राज्य सरकार से विज्ञान प्रौद्योगिकी से जुड़े विभागों, शैक्षणिक संस्थाओं और शोध संस्थाओं के 81स्टॉल लगे थे। लगभग 7000 छात्रों ने विभिन्न इवेंट्स में प्रतिभाग करने के लिए पंजीकरण कराया था। 15,000 से अधिक छात्रों, अध्यापकों और विज्ञान प्रेमियों ने प्रदर्शनी में भाग लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

समापन के अवसर पर उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार सिंह, यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ दुर्गेश पंत, आईआईपी के निदेशक डॉ हरेंद्र बिष्ट, निदेशक तकनीकी शिक्षा डॉ आरपी गुप्ता, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ ए एस उनियाल, यूसर्क की निदेशक डॉ अनीता रावत, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ नवीन सिंघल, डॉ सौरभ मिश्रा, डॉ, सत्येंद्र सिंह, डॉ मनोज पंड्या समेत कई शैक्षणिक संस्थाओं के निदेशक और आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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